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शबरी के रूप में दिखीं मालिनी अवस्थी, बोलीं-कभी दूरदर्शन ने राम भजन गाने से रोका था अब कर रहा प्रसारण

अयोध्या में भगवान श्रीराम की लीला का भव्य मंचन चल है, जिसमें फिल्मी कलाकार भाग ले रहे हैं। रामलीला के विभिन्न किरदारों में कई मशहूर कलाकार प्रस्तुति दे रहे हैं। इसी क्रम में मशहूर लोक गायिका मालिनी अवस्थी भी अयोध्या की रामलीला में शबरी के पात्र पर मंचन करने अयोध्या पहुंचीं। मालिनी अवस्थी जब मंच पर पहुंची तो लोग उनको पहचान ही नहीं पाये। शबरी के भेष में रामलीला के परिसर में मालिनी अवस्थी को देखकर हर कोई आश्चर्यचकित था। लोक गायिका मालिनी अवस्थी का यह दूसरा स्वरूप जिसमें वह अभिनय प्रस्तुत करने जा रही हैं। उसको लेकर सभी उत्सुक दिखे और स्वयं मालिनी अवस्थी भी उत्सुक हैं। मालिनी अवस्थी ने शबरी की बेहतरीन पात्रता अभिनय से निभाई।

मालिनी अवस्थी का कहना है कि यह मेरे लिए नया है। अभिनय के साथ संवाद स्थापित करना है। अब श्रीराम ही सब कुछ अच्छा करेंगे। मालिनी अवस्थी के संगीत ज्यादातर भगवान श्रीराम और रामलला को ही समर्पित होते हैं लेकिन एक बार फिर श्रीराम की नगरी में भगवान राम के सबसे प्रिय किरदार शबरी के भेष में मंचन करने पहुंची मालिनी अवस्थी अपनी पुरानी यादें ताजा हो गयीं। उन्होंने कहा कि एक समय था जब दूरदर्शन ने अयोध्या में जन्मे श्रीराम को नहीं गाने दिया था और आज अयोध्या में रामलीला में मंचन कर रही हूं, जिसका प्रसारण दूरदर्शन करेगा। मालिनी अवस्थी का कहना था कि यह बातें उन्होंने पहले ही बतायी थीं। मालिनी अवस्थी ने शबरी के भेष में ही भगवान श्रीराम के कुछ पद भी सुनाएं।

अयोध्या पहुंची लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने कहा कि परम आनंद की अनुभूति हो रही है। भक्ति के आगे जहां प्रभु के सामने इंसान शरणागत हो जाता है, वहीं अनुभूति हो रही है, क्योंकि मेरी पहचान लोक गायिका के रूप में है और लोक का सबसे सरल स्वरूप शबरी है। शबरी की भक्ति सराहनीय है। बनवासी राम जब वनवासी शबरी को दिखते हैं तो उनका स्वागत और बाद में राम उनको मां कहकर परम पद प्रदान करते हैं. मालिनी अवस्थी ने कहा कि शबरी के चरित्र का चयन मैने स्वयं किया है। यह अनुभव मेरे लिए नया है। उन्होंने कहा कि शबरी का अभिनय करना बेहतरीन है।