पश्चिम बंगाल में होने वाले चुनाव को देखते हुए राज्य सियासत गर्माती ही जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एक बार फिर पश्चिम बंगाल में ममता का किला ढहाने की जिम्मेदारी ले रखी है। अमित शाह का जब भी दौरा बंगाल का होता तो ममता बनर्जी परेशान हो जाती हैं। पहले भी ऐसा देखने को मिला जब अमित शाह के दौरे से टीएमसी में भगदड़ सी मच गई थी। एक बार फिर से शाह दो दिन दौरे पर शनिवार और रविवार को पश्चिम बंगाल में दो रैलियों को संबोधित करेंगे। शाह के पिछले दौरे पर TMC के कई नेता भाजपा में शामिल हो गए थे। वैसा कुछ इस बार भी अंदाजा लगाया जा रहा है। आने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर शाह कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शाह शुक्रवार की रात कोलकाता पहुंचेंगे। शाह शनिवार से ही अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। वह शनिवार को सबसे पहले मायापुर में इस्कॉन मंदिर जाएंगे और वहां पूजा अर्चना करेंगे। उसके बाद वह ठाकुरनगर क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करेंगे। शाह शनिवार की शाम पार्टी के सोशल मीडिया टीम के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। दूसरे दिन यानी रविवार को वह हावड़ा के डुमुरजाला में जनसभा को संबोधित करेंगे। साथ ही वह अरविंदों भवन और बेलूर मठ का भी दौरा करेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक, शाह बेलूर में रविवार को एक जूट मिल के कर्मचारी के घर दोपहर का भोजन भी करेंगे।
गौरतलब हो कि पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य की 42 में से 18 सीटें हासिल की थीं। बाद में बीजेपी वहां की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी गई। तृणमूल कांग्रेस की सरकार को लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता से बेदखल करने के लिए पार्टी एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री लगातार इस सिलसिले में राज्य का दौरा कर रहे हैं।