अफगानिस्तान में कल आए भयंकर भूकंप की वजह से भारी तबाही हुई है. समाचार एजेंसी एपी ने तालिबान प्रवक्ता के हवाले से बताया है कि भूकंप की वजह से देश में अब तक 2000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. वहीं हजारों की संख्या में लोग घायल हैं. ताजा भूकंप देश में दो दशकों में आए सबसे घातक भूकंपों में से एक है. देश के सूचना एवं संस्कृति मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल वाहिद रेयान ने तत्काल मदद की अपील करते हुए बताया है कि भूकंप से लगभग 6 गांव नष्ट हो गए हैं और सैकड़ों नागरिक मलबे के नीचे दब गए हैं. उन्होंने कहा है कि देश में 465 घर जमींदोज हो गए हैं और 135 क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं सैकड़ों लोग
भूकंप को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि देश में हताहतों की संख्या अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि खोज और बचाव अभियान जारी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ लोग ढही हुई इमारतों के नीचे फंसे हो सकते हैं. वहीं, आपदा प्राधिकरण के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुल्ला जान ने बताया है कि हेरात प्रांत के ज़ेंडा जान जिले के चार गांवों को भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है.
तीन जबरदस्त झटकों से दहल गया अफगानिस्तान
भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप का केंद्र हेरात शहर से लगभग 40 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में था. भूकंप के बाद तीन जबरदस्त झटके लगे, जिनकी तीव्रता 6.3, 5.9 और 5.5 थी. इन झटकों के बाद हल्के झटके भी महसूस किए गए. अफगानिस्तान में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि उसने हताहतों को अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए ज़ेंडा जान में एम्बुलेंस कारें भेजीं हैं.
तालिबान ने स्थानीय संगठनों से की ये अपील
तालिबान ने स्थानीय संगठनों से अपील की है कि वह जल्द से जल्द भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचें ताकि घायलों को मदद मिल सके. हमें बेघरों को आश्रय देना है और जीवित बचे लोगों को भोजन पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए अपने सभी संसाधनों और सुविधाओं का इस्तेमाल करना चाहिए. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में हेरात शहर में सैकड़ों लोग अपने घरों और कार्यालयों के बाहर सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं.