महाराष्ट्र में बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर रखा है. कई जिलों में नदियां उफान पर हैं. भारी बारिश और बाढ़ के बीच किसानों की हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो गई हैं. फिलहाल पिछले 48 घंटे से अकोला और अमरावती में लगातार बारिश हो रही है. जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति है. पूर्णा नदी खतरे के निशान से ऊपर बढ़ रही है. ऐसे में इलाके के लोग दहशत में है.
बारिश से फसलों को भारी नुकसान
पूर्णा नदी में बाढ़ की स्थिति बनने के बाद गांधीग्राम शिक्षा के ऊपर से 10 फीट पानी होने की वजह से हैदराबाद-दिल्ली नेशनल हाईवे पर आवाजाही ठप है. अकोला और आस-पास के 10 से 12 गांव का संपर्क टूट गया है. जिला प्रशासन ने अकोट-अकोला रास्ते के बंद होने की सूचना सभी राहगीरों को दे दी गई है. बता दें कि खेतों में नदी का पानी घूसने की वजह से पूरी फसल बर्बाद हो गई है.
अकोला दरियापुर और अमरावती को जोड़ने वाले रास्ते को भी किया गया बंद
प्रशासन ने पूर्णा नदी के ऊपर बने पुलिया नदी का पानी आने के कारण रास्ता बंद होने की जानकारी के साथ-साथ इससे पार न करने चेतावनी भी लोगों को दी गई है. इसे अलावा अकोला, दरियापुर और अमरावती को जोड़ने वाले रास्ते को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.
इन जिलों में बारिश की मार
बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर, पुणे और सतारा, मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, नासिक, कोल्हापुर, भंडारा, बुलढाणा, चंद्रपुर, गढ़चिरौली, गोंदिया, नागपुर, वर्धा, वाशिम और यवतमाल में भी लगातार बारिश हो रही है. इस दौरान पालघर और रत्नागिरी में भारी नुकसान की खबरें हैं. मौसम विभाग (IMD) की मानें तो अभी बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है.
पालघर और रत्नागिरी में भी फसलों को भारी नुकसान
पालघर और रत्नागिरी के किसानों के लिए मॉनसून की ये बारिश आफत बनकर सामने आई है. खेतों में पानी लगने की वजह से किसानों की फसलें सड़ गई हैं.