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भारत से Rafale और Globemaster पहुंचा फ्रांस, IAF के IL-78 टैंकरों द्वारा भरा गया ईंधन

भारतीय सेना की पंजाब रेजीमेंट के सैनिक फ्रांस के बास्तील दिवस परेड में शामिल होंगे। वे प्रथम विश्वयुद्ध में लड़े भारतीय सैनिकों के योगदान को याद करते हुए पेरिस में 14 जुलाई को फ्रांसीसी सैनिकों के साथ परेड करेंगे। वहीं भारत के साथ पुराने और मजबूत संबंधों को महत्व देते हुए अपने राष्ट्रीय दिवस पर फ्रांस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बतौर सम्मानित अतिथि आमंत्रित किया है।

थल सेना का प्रतिनिधित्व करेगी पंजाब रेजीमेंट
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि भारतीय सैन्य दल में 77 मार्चिंग सैनिक और 38 बैंड सदस्य होंगे। थल सेना के सैन्य दल का नेतृत्व कैप्टन अमन जगताप, नौसेना के सैन्यदल का नेतृत्व कमांडर व्रत बघेल और वायुसेना के सैन्य दल का नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर संधु रेड्डी करेंगी। थल सेना का प्रतिनिधित्व सेना की सबसे पुरानी में से एक पंजाब रेजीमेंट करेगी। इस रेजीमेंट के सैनिक प्रथम व द्वितीय विश्वयुद्ध में भी लड़ चुके हैं। उल्लेखनीय है कि प्रथम विश्व युद्ध में 13 लाख भारतीय सैनिक शामिल थे, जिनमें से 74 हजार की मौत हुई थी और 67 हजार जख्मी हुए थे।

फ्रांसीसी वायुसेना ने किया स्वागत
भारत से गए चार राफेल और दो सी-17 ग्लोबमास्टर विमानों को फ्रांसीसी वायु व अंतरिक्ष सेना ने स्वागत किया। वायुसेना के आईएल-78 टैंकर ने उड़ान के दौरान राफेल में ईंधन भरा, जिससे वे सीधे फ्रांस पहुंच सके। दोनों विश्व युद्धों के समय फ्रांस के आसमान में भारतीय वायु सैनिकों ने लड़ाई लड़ी थी। जंबो मजूमदार को वीरता के लिए सम्मानित भी किया गया था। भारत-फ्रांस में रणनीतिक सहयोग के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्राें व भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के बीच विज्ञान, आर्थिक, औद्योगिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी।