इन दिनों अन्य मुस्लिम देशों के सरीखे भारत में फ्रांस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन अपने चरम पर पहुंच रहा है। कई मुस्लिम नेताओं के नेतृत्व में इस विरोध प्रदर्शन का सिलसिला शुरू हो चुका है। फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ भी भारत में विरोध प्रदर्शन जारी है। फ्रांसीसी उत्पादों के बहिष्कार की मांग की जा रही है, मगर अब इन्हीं सब स्थितियों पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसे लोगों से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है। उनका दो टूक कहना है कि फ्रांस भारत का पुराना मित्र रहा है। भारत में फ्रांस के खिलाफ विरोध प्रर्दशन कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मगर, बावजूद इसके अगर कोई ऐसा करता है, तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा।
बता दें कि मौजूदा समय में देश के विभिन्न राज्यों में फ्रांस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश, मुंबई सहित अन्य राज्यों में फ्रांस के खिलाफ विरोध की बयार बह चुकी है। मुंबई में फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मैकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके पोस्टर जमीन पर जहां-तहां बिखरे दिखे। जिस पर लोग पांव रखकर जाते हुए नजर आए, जिसके बाद पुलिस-प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर इस पूरी स्थिति को काबू में करने का प्रयास किया। इन विरोध प्रदर्शन को मद्देनजर रखते हुए पुलिस प्रशासन ने पूरे इलाके में अलर्ट जारी कर दिया। संवेदनशील स्थानों पर जवानों की तैनाती बढ़ा दी गई।
आखिर क्यों हो रहा विरोध?
यहां पर हम आपको बताते चले कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुएल मैकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन इसलिए हो रहा है, क्योंकि उन्होंने बीते दिनों आतंकवाद को इस्लामिक कट्टरवाद से जोड़ा था, जिसके बाद कई मुस्लिम देश उनके खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। कई मुस्लिम देशों में फ्रांस के राष्ट्रपति की भत्सर्ना की जा रही है। उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है। कई देश तो अब फ्रांसीसी उत्पादों का बहिष्कार करते हुए नजर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि इसका सीधा असर अब फ्रांस के व्यापार पर भी पड़ेगा।
बीजेपी ने दिखाया सख्त रूख
लेकिन, भारत में भी कुछेक इलाकों में मुस्लिम नेताओं के नेतृत्व में फ्रांस के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन पर बीजेपी का दो टूक कहना है कि इन लोगों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बीच महाराष्ट्र में फ्रांस के विरोध में हुए विरोध प्रदर्शन पर बीजेपी प्रवक्ता सांबित पात्रा ने कहा कि आखिर महाराष्ट्र सरकार की छत्रछाया में यह सब क्या हो रहा है। महाराष्ट्र के सड़कों पर फ्रांस के राष्ट्रध्यक्ष का अपमान हो रहा है, मगर महाराष्ट्र सरकार मूकदर्शक बनी यह सब कुछ देख रही है।