हर मसले को लेकर झूठ की खेती करने वाले चीन के एक और झूठ का खुलासा अब भारत ने किया है। लगातार चीन के द्वारा झूठी बयानबाजी और झूठे दावों से यह साफ जाहिर होता है कि अब चीन झूठ की दुकान चलाने पर अमादा हो चुका है। दरअसल, हुआ यूं कि केंद्रीय रक्षा मंंत्री राजनाथ सिंह रूस दौरे पर रवाना हो चुके हैं। रूस के दौर के दौरान उन्होंने गत मंगलवार को भारत और रूस के रिश्ते को बेहद पुराना और विशिष्ट करार दिया था। साथ ही आज यानी की बुधवार को रक्षा मंत्री रूस के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता करेंगे।
वहींं इस बैठक में चीनी के रक्षा मंत्री वेई फेंगे के शिरकत करने की भी संभावना जताई जा रही है। जिसको लेकर चीनी मीडिया ने दावा किया था कि मौजूदा समय में भारत और चीन के बीच जारी विवाद को लेकर आज दोनों ही नेता आपस में वार्ता कर सकते हैं। दोनों के बीच मुलाकात हो सकती है। लेकिन भारत ने ऐसे किसी भी मुलाकात की कोई पुष्टि नहीं की है। साथ ही चीनी मीडिया द्वारा किए जा रहे इन तमाम दावों को सिरे से खारिज करते हुए दो टूक कह दिया है कि केंद्रीय रक्षा मंत्री चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंगे से कोई मुलाकात करने नहीं जा रहे हैं। चीनी मीडिया द्वारा किया जा रहा यह दावा पूरी तरह से झूठ की बुनियाद पर आधारित है।
इसके इतर रक्षा मंत्री आज रूस में होने जा रहे सैन्य में परेड में शिरकत करेंगे। बता दें कि द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी की सोवियत संघ की जीत की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर बुधवार को सैन्य परेड के मौके पर शिरकत करने जा रहे हैं। जिसमें चीनी रक्षा मंत्री के भी शिरकत करने की संभावना जताई जा रही है। इसी को लेकर चीनी मीडिया ने दावा किया था कि दोनों ही नेताओं के बीच सीमा पर जारी तनाव को लेकर वार्ता का दौर शुरू हो सकता है, लेकिन भारत ने किसी भी ऐसी संभावना को सिरे से खारिज कर दिया है।
चीन ने दिया फरमान..भारत को न बेचे हथियार
इसके साथ ही चीनी मुखपत्र पीपुल्स डेली ने रूसी रणनीतिक को प्रभावित करने के लिए एक फेसबुक पोस्ट रूसी भाषा में लिखा है। जिसमें रूस को भारत को हथियार न बेचने की हिदायत दी गई है। फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि यदि रूस इस बुरे माहौल में दोनों देशों के दिलों को नरम करना चाहता है, तो ऐसी स्थिति में रूस भारत को हथियार न बेचे। वहीं रक्षा मंत्री ने एस-400 मिसाइल के स्पलाई के संकेत दे दिए हैं।