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भारत जोड़ो के बाद एक नया अभियानः हर राज्य में महिला मार्च, प्रियंका संभालेंगी मोर्चा

कांग्रेस ( Congress ) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (formerPresident Rahul Gandhi) की अगुआई में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (‘Bharat Jodo Yatra’) के खत्म होने से पहले पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) संभालने की तैयारी कर रही है। ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान (haath se haath jodo’ campaign) के तहत प्रियंका गांधी सभी राज्यों की राजधानियों में महिला मार्च का नेतृत्व (lead the women’s march) करेंगी। यह अभियान गणतंत्र दिवस से शुरू होगा। आपको बता दें कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 30 जनवरी को श्रीनगर में ध्वजारोहण के साथ खत्म हो रही है।

कांग्रेस ने फॉलोअप के तौर पर पूरे देश में हाथ से हाथ जोड़ो त्रिस्तरीय अभियान का खाका बनाया है। पूरे दो माह के इस अभियान में पार्टी ने राहुल गांधी का संदेश और केंद्र सरकार की विफलताओं को हर घर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, पूर्वोत्तर के तीन राज्य त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में चुनाव हैं। राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे सहित तमाम बड़े नेता चुनाव प्रचार करेंगे। इसके फौरन बाद कर्नाटक में चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी पूरा फोकस चुनाव प्रचार पर रहेगा। इसके बाद नया कार्यक्रम बनाया जाएगा।

पार्टी का कहना है कि हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री हिस्सा लेंगे। इस अभियान के तहत पार्टी सभी बूथ तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ जिले स्तर पर सम्मेलन और राजधानियों में रैलियां भी की जाएंगी।

कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि अभी तय नहीं है कि राहुल गांधी रैलियों में हिस्सा लेंगे या नहीं पर इतना स्पष्ट है कि प्रियंका गांधी लगभग हर प्रदेश में महिला मार्च करेंगी और रैलियों में भी हिस्सा लेंगी। हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ का मार्च एक साथ निकाला जा सकता है क्योंकि चंडीगढ़ दोनों प्रदेशों की राजधानी है।

राहुल गांधी की अगुआई में भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों जम्मू कश्मीर में हैं। कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा 130 दिनों में साढ़े तीन हजार किमी से लंबा सफर तय कर चुकी है। यात्रा श्रीनगर में ध्वजारोहण के साथ खत्म होगी। समापन समारोह के लिए पार्टी ने समान विचारधारा वाले दो दर्जन से अधिक दलों को आमंत्रित किया है।