एक साधारण से शख्स ने देश के सबसे अमीर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को ही चूना लगा दिया. इस व्यक्ति का नाम है कल्पेश दफ्तरी (Kalpesh Daftary), जिस पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रवर्तन निदेशालय ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ फर्जीवाड़ा करने वाले इस शख्स कल्पेश दफ्तरी की कंपनी संकल्प क्रिएशन प्राइवेट लिमिटेड (Sunkkalp Creation) की 4.87 करोड़ रुपये की सम्पत्ति कुर्क कर दी है. कुर्क की गई संपत्ति में मुंबई में स्थित एक व्यावसायिक परिसर (Commercial Complex) के अलावा राजकोट में स्थित चार कॉमर्शियल प्रॉपर्टीज भी शामिल हैं.
ED ने CBI की ओर से दर्ज हुई FIR के आधार पर PMLA के तहत जांच शुरू की. ED ने बताया कि कल्पेश दफ्तरी ने कुछ लोगों के साथ मिलकर विशेष कृषि और ग्राम उद्योग योजना Vishesh Krishi and Gram Udyog Yojana Licences (VKGUY) के 13 लाइसेंसों का घोटाला किया. इन लाइसेंसों को हिंदुस्तान कॉन्टिनेंटल लिमिटेड (Hindustan Continental) नाम की कंपनी का चालान बनाकर रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) को बेच दिया. जांच में ये भी पता चला कि 13 लाइसेंसों को बेचकर 6.8 करोड़ रुपये मिले, जिसे एक कंपनी से दूसरी कंपनी में घुमाया गया ताकि किसी को इस फर्जीवाड़े का पता न चले. कल्पेश दफ्तरी के साथ इस साजिश में शामिल नियाज़ अहमद, पीयूष वीरमगामा, विजय गढ़िया आदि के भी नाम सामने आए हैं. जांच में ये भी पता चला कि इस पैसे का इस्तेमाल कल्पेश दफ्तरी और अन्य लोगों ने किया. न्यूज़ एजेंसी ANI के मुताबिक़, ED ने इस बाबत आधिकारिक प्रेस रिलीज़ भी जारी की. इसमें ED ने कहा है कि CBI ने FIR दर्ज की थी. CBI ने IPC की धोखाधड़ी आदि की धाराओं 420, 467, 468, 471, 477A के अलावा प्रिवेन्शन ऑफ़ करप्शन एक्ट 1988 के सेक्शन 13(2) और 13(1)(d) के तहत केस दर्ज किया था. उसके बाद ED ने ये जांच शुरू की.