दुबई में रहने वाली भारतीय मूल की 15 वर्षीय रीवा की हर जगह तारीफ हो रही है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि रीवा ने एक ऐसे अभियान की शुरुआत की है, जिसके तहत खाड़ी में 25 टन से अधिक ई-कचरे को रिसाइकिल करने में मदद मिली है। रीवा चार साल से इस काम में जुटी है। गल्फ न्यूज के मुताबिक, जीईएमएस मॉडर्न एकेडमी की 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली रीवा तुलपुले साल 2016 से पुराने डिवाइसेज को रिसाइकिल करने के काम में जुटी है। बतौर रीवा, उनके दिमाग में रिसाइकिल करने का आइडिया तब आया, जब वह घर बदलने के दौरान अलमारियां साफ करने में अपनी मां की मदद कर रही थीं।
रीवा ने बताया कि जब हम अपना घर शिफ्ट कर रहे थे, तब ऐसी कई चीजें मिलीं जिनका इस्तेमाल नहीं होता था और उसको हम फेंक दिया करते थे। हालांकि मेरी मां ने समझाया कि गैर जरूरी चीजों को भी सुव्यवस्थित तरीके से हटाया जा सकता है। रीवा ने आगे बताया कि मां की बात सुनने के बाद मैंने इस विषय पर रिसर्च करने का फैसला किया। जब मैंने इंटरनेट पर इस को लेकर शोध किया तब पता चला कि इलेक्ट्रॉनिक कबाड़ एक बहुत बड़ी समस्या है। इसके बाद रीवा ने दुबई के एन्वायरोसर्व (EnviroServe)के संपर्क में आ गई। यहां उन्होंने दो हजार टूटे लैपटॉप, टैब, मोबाइन फोन, प्रिंटर और कीबोर्ड रिसाइकिल करवाए। रीवा ने लोगों के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए एक अभियान की शुरुआत की और इसका नाम दिया ‘वीकेयर डीएक्सबी’। पिछले साल 15 स्कूलों से करीब 60 छात्र इस कैंपेन में शामिल हुए। रीवा ने अभी तक 25 टन से ज्यादा ई-कचरे को रिसाइकिल के लिए इकट्ठा करने में मदद की।