भारतीय मूल की एक गर्भवती महिला की मौत के मामले में पुर्तगाल की स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर मार्ता टेमिडो ने अपना इस्तीफा दे दिया है। दरअसल, राजधानी लिस्बन में भारतीय महिला पर्यटक को अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड में जगह न मिली जिस वजह से उसकी मौत हो गई। महिला को भर्ती करने के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाया जा रहा था, इसी दौरान कार्डियक अरेस्ट से उसकी मौत हो गई। हालाँकि, गर्भवती महिला की जान तो नहीं बच पाई लेकिन डॉक्टरों ने इमरजेंसी सीजेरियन सेक्शन से उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को बचा लिया। फिलहाल बच्चा पूरी तरह सुरक्षित है, जिसे निगरानी में रखा गया है। वहीं महिला की मौत को लेकर जांच शुरू कर दी गई है।
हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है पिछले कुछ समय में ऐसे कई मामले पुर्तगाल से सामने आए हैं, जहां अस्पताल में मेडिकल स्टाफ और व्यवस्था की कमी का असर मरीजों को झेलना पड़ा है। महिला की मौत के बाद पुर्तगाल सरकार लोगों के निशाने पर भी आ गई है। अस्पतालों की मेटरनिटी यूनिट्स में स्टाफ की कमी और कुछ को अस्थाई तौर पर बंद कर देने और गर्भवती महिलाओं को ऐसी हालत में अस्पतालों के चक्कर कटवाने को लेकर पुर्तगाल सरकार की तीखी आलोचना की जा रही है।
पुर्तगाल सरकार द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि डॉक्टर मार्ता को एहसास हो गया था कि उनके पास अब पद पर बने रहने के लिए कोई वजह नहीं है। पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा ने कहा कि गर्भवती महिला की मौत आखिरी ऐसी घटना थी, जो उन्हें इस्तीफे के फैसले तक ले गई। वहीँ, पुर्तगाल सरकार में मंत्री डॉक्टर मार्ता टेमिडो साल 2018 से स्वास्थ्य विभाग का पलभर संभाल रही हैं।