समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव के ‘एग्जिट पोल’ (चुनाव बाद सर्वेक्षण) को ‘भाजपाई एग्जिट पोल’ करार देते हुए रविवार को कहा कि ‘‘घपला’’ करने की गुंजाइश बनाने के लिए की गई इस कवायद के जरिए जनमत को धोखा दिया जा रहा है। यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर की गई टिप्पणी में कहा, ” ‘एग्जिट पोल’ का क्रम समझिए- विपक्ष ने पहले ही घोषित कर दिया था कि ‘भाजपाई मीडिया’ भाजपा को 300 पार दिखाएगा, ताकि घपला करने की गुंजाइश बन सके। आज का ये ‘भाजपाई एग्जिट पोल’ कई महीने पहले ही तैयार कर लिया गया था। इसे चैनलों ने बस आज चलाया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि इस ‘एग्जिट पोल’ के माध्यम से जनमत को धोखा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस ‘एग्जिट पोल’ को आधार बनाकर भाजपाई सोमवार को खुलने वाले शेयर बाज़ार से जाते-जाते लाभ उठाना चाहते हैं। अखिलेश ने कहा, ‘‘अगर ये ‘एग्जिट पोल’ झूठे न होते और सच में भाजपा हार न रही होती तो भाजपा नेता अपनों पर ही इल्जाम न लगाते। भाजपाइयों के मुरझाए चेहरे सारी सच्चाई बयान कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा नेता यह बात समझ रहे हैं कि पूरे देश का परिणाम चंडीगढ़ के महापौर पद के चुनाव की तरह बदला नहीं जा सकता क्योंकि इस बार विपक्ष पूरी तरह से सजग है और जनाक्रोश भी चरम पर है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) गठबंधन के सभी कार्यकर्ता, पदाधिकारी और प्रत्याशी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की निगरानी में एक प्रतिशत भी चूक न करें। ‘इंडिया’ गठबंधन जीत रहा है इसलिए चौकन्ने रहकर मतगणना कराएं और जीत का प्रमाणपत्र लेकर ही विजय का उत्सव मनाएं।’’ उन्होंने साथ ही कहा कि ‘एग्जिट पोल’ का आधार ईवीएम नहीं डीएम (जिलाधिकारी) है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रशासन याद रखे कि जनशक्ति से बड़ा बल और कोई नहीं होता’’ लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान संपन्न होने के बाद आए कई एग्जिट पोल (चुनाव बाद सर्वेक्षण) के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को प्रचंड बहुमत मिलने का अनुमान लगाया गया है।