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भाई-बहन ने फांसी लगाकर दी जान, एक ही रस्से से लटके मिले शव

बाड़मेर में आत्महत्याओं (suicide) की घटनाएं थम नहीं रही है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि पढ़ने-लिखने की उम्र में प्रेम जाल में फंस कर युवा जान दे रहे हैं। इनमें भी अधिकतर की उम्र भी 18 से 20 साल ही है। गुरुवार को भादरेश गांव में चचेरे भाई-बहन ने घर से कुछ दूरी पर एक साथ पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रथम दृष्ट्या आत्महत्या का कारण प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है। सूचना पर ग्रामीण थाना पुलिस मौके पर पहुंची।

पुलिस के अनुसार, भादरेश गांव में कैलाश कुमार (20) पुत्र रिजाराम और उसकी चचेरी बहन लीला (19) पुत्री नगाराम ने एक ही रस्सी के सहारे फांसी (suicide) पर झूल गए। दोनों भादरेश के रहने वाले थे। गुरुवार को घर से करीब 4 किलोमीटर दूर फांसी लगाई। ग्रामीण थाना सब इंस्पेक्टर भवरसिंह ने बताया कि दोनों परिवार की ओर से कोई रिपोर्ट नही दी गई है। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर ली है।

रिश्ते भाई-बहन केप्रेम-प्रसंग में जान दे रहे 

  • गोहड़ का तला में बालिका के साथ युवक ने फंदा लगा आत्महत्या कर ली।
  • बालोतरा के पास चचेरे-भाई ने ट्रेन के आगे जान दे दी। आरोप प्रेम-प्रसंग के थे, लेकिन सुसाइड नोट में उन्होंने रिश्ते को बदनाम करने से परेशान होकर आत्महत्या करना बताया।
  • खुडासा में तीन दिन पहले घर से फरार हुए चचेरे-भाई बहन से सुनसान खेत में पेड़ से फंदा लगा जान दे दी। आत्महत्या के तीन दिन बाद परिजनों को मिले शव सड़ चुके थे।
  • सिणधरी के सणपा मानजी में चचेरे भाई-बहन और भाभी ने प्रेम-प्रसंग के चलते नाडी में कूद आत्महत्या कर ली। तीनों के शव नाडी में पैर बंधे हुए मिले थे।