वरिष्ठ राजनेता शरद पवार (Sharad Pawar) ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (congress party) के कप्तान बने रहने का फैसला किया है। इसी बीच उन्होंने एक और बड़ा खुलासा कर दिया है कि बेटी सुप्रिया सुले (Supriya Sule) पार्टी प्रमुख नहीं बनना चाहती हैं। हालांकि, खबर है कि सीनियर पवार संकेत दे रहे हैं कि भविष्य में बेटी ही पार्टी की कमान संभालेंगी। 2 मई को इस्तीफे की घोषणा के बाद सुले को एनसीपी अध्यक्ष पद का बड़ा दावेदार माना जा रहा था।
पंढारपुर में एक कार्यक्रम के दौरान पवार ने कहा, ‘सुप्रिया का कहना है कि वह कोई नई जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार नहीं हैं।’ पवार बेटी के फैसले के समर्थन में आए और कहा कि उन्हें 7 बार सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार मिला है। खास बात है कि वरिष्ठ नेता ने घोषणा के तीन दिन बाद ही अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला वापस ले लिया था।
MVA का भविष्य!
सीनियर पवार के फैसले के बाद एमवीए के भविष्य को लेकर भी अटकलें लगने लगी थीं। कहा जा रहा है कि एनसीपी ने साफ कर दिया था कि अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से ही होगा। हालांकि, पवार ने अब कहा कि एमवीए के सभी साथी जल्दी मिलेंगे और पुणे, नाशिक और कोल्हापुर में वज्रमूठ रैलियों की रणनीति तैयार करेंगे।
खास बात है कि पवार के इस्तीफे के ऐलान के बाद गठबंधन ने इन रैलियों को कुछ समय के लिए रोक दिया था। उन्होंने मुंबई वापसी होने पर एमवीए के साथियों के बीच सीट बंटवारे पर भी रणनीति बनाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए पहले चर्चा होना जरूरी है। खास बात है कि महाराष्ट्र में 2024 में ही विधानसभा चुनाव भी होंगे।
पवार के बाद कौन?
अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद पवार के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई थीं। इनमें भतीजे और महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार का नाम आगे माना जा रहा था। इसके अलावा सुले, राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल, जयंत पाटिल जैसे नेताओं का नाम भी सामने आ रहा था।