भारतीय कुश्ती संघ (Wrestling Federation of India) के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह (BJP MP Brij Bhushan Singh) के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी मामलों में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने जांच करीब-करीब पूरी कर ली है। पुलिस अब फाइनल रिपोर्ट तैयार कर रही है। बताया जा रहा है कि इस मामले में जल्द ही बड़ा खुलासा हो सकता है।
पुलिस ने खेल मंत्रालय (sports ministry) की ओवर साइट कमेटी की रिपोर्ट को भी अपनी जांच में शामिल किया है। इस रिपोर्ट में बृजभूषण के खिलाफ लगे आरोपों को खारिज किया गया है। दिल्ली पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस मामले में जल्दी ही बड़ी बातें सामने आ सकती हैं। साथ ही यह कहा जा रहा है कि पॉक्सो की धारा भी हटाई जा सकती है। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस को भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ चार अहम गवाह मिले हैं। इन गवाहों के बयान पुलिस ने दर्ज कर लिए हैं। इनके बयानों के बाद बृज भूषण की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
दिल्ली पुलिस मुख्यालय में बैठने वाले एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस को बृजभूषण के खिलाफ चार गवाह मिले हैं। इन गवाहों ने बृजभूषण पर लगे आरोपों की पुष्टि की है। गवाहों में एक ओलिंपियन, कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट, इंटरनेशनल रेफरी और स्टेट लेवल कोच शामिल है।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कुल 125 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। यह चार लोग भी इन 125 गवाहों में शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन चार लोगों ने बृजभूषण के खिलाफ अपने बयान दर्ज कराए हैं। दिल्ली पुलिस आरोपों वाली जगह यानी चारों राज्यों हरियाणा, उत्तर प्रदेश, झारखंड और कर्नाटक में इसकी जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि आरोपों की पुष्टि करने वाले गवाह ओलिंपियन और कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट, दोनों महिला रेसलर हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार इन लोगों ने दिल्ली पुलिस की जांच टीम को बताया कि बृजभूषण के सेक्शुअल हैरेसमेंट के बारे में घटना के एक महीने बाद केस दर्ज कराने वाली महिला रेसलर्स ने उन्हें बताया था। शिकायत करने वालों में शामिल एक महिला पहलवान के कोच ने दिल्ली पुलिस की सिटी को बताया कि बृजभूषण के सेक्शुअल फेवर मांगने के बारे में घटना के छह घंटे बाद उन्हें फोन पर बताया गया था। अंतरराष्ट्रीय रेफरी ने कहा कि जब वे टूर्नामेंट के लिए इंडिया या विदेशों में जाते थे तो महिला रेसलर्स से उनकी इस परेशानी के बारे में सुनते थे।
कनॉट प्लेस थाने के पुलिस अधिकारियों की बनी एसआईटी इस मामले में बहुत ही गोपनीय तरीके से जांच कर रही है एसआईटी के अधिकारी अपने जिले के ही पुलिस अधिकारियों से जांच के बारे में कोई बात नहीं कर रहे हैं। इस मामले में दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने पूरी तरह चुप्पी साधी हुई है।