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बेटे को हुआ कोरोना, कुलसचिव ने फांसी लगाकर दे दी जान, इस कारण थे परेशान

आईआईटी कानपुर के असिस्टेंट रजिस्ट्रार ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मंगलवार को उनका शव कमरे में पंखे के सहारे लटकता हुआ मिला है। सुसाइड की सूचना पर पहुंची पुलिस और फरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है।

छोटे बेटे के कोरोना पॉजिटिव होने से परेशान थे

जानकारी के मुताबिक, असिस्टेंट रजिस्ट्रार डिप्रेशन के शिकार थे। उनका छोटा बेटा कोरोना पॉजिटिव था, जिसकी वजह से कई दिनों से डिप्रेशन में थे। आईआईटी कानपुर में असिस्टेंट रजिस्ट्रार के पद पर तैनात सुरजीत कुमार (40) मूलरूप से असम के रहने वाले थे। आईआईटी कैंपस के मकान नंबर में 340 में परिवार के साथ रहते थे।

खाना खाकर कमरे में गए और फांसी लगा ली

सुरजीत कुमार के परिवार में पत्नी बुलबुल दास, 8 वर्षीय और डेढ़ साल के दो बेटे के साथ रहते थे। सुरजीत कुमार बीते सोमवार देर रात खाना खाने के बाद कमरे में सोने के लिए गए थे। मंगलवार सुबह उनका शव कमरे में पंखे से लटकता हुआ पाया गया।

डिप्रेशन के मरीज थे सुरजीत, 2011 से चल रहा था इलाज

कल्यानपुर इंस्पेक्टर वीर सिंह के मुताबिक, सुरजीत कुमार डिप्रेशन के मरीज थे। सुरजीत कुमार का 2011 से ट्रीटमेंट चल रहा था। दिल्ली के डॉक्टर नागपाल के अलावा कानपुर के एक डॉक्टर से इलाज चल रहा था। मृतक असम के कुरील गांव के रहने वाले थे। इसके साथ सुरजीत कुमार का छोटा बेटा कोरोना पॉजिटिव था। छोटा बेटा संक्रमित होने के कारण सुरजीत और भी ज्यादा डिप्रेशन में चले गए थे। फिलहाल शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।