बीजेपी (BJP) ने आम चुनाव (General election) से पहले अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के मद्देनजर शनिवार को पार्टी ने कई अहम नियुक्तियां कीं। 23 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए चुनाव प्रभारी (election in-charge) नियुक्त किए गए। पार्टी ने अपने महासचिव विनोद तावड़े को बिहार का चुनाव प्रभारी बनाया है, जबकि झारखंड इकाई के पूर्व अध्यक्ष दीपक प्रकाश उनके साथ सह-प्रभारी होंगे। विनोद तावड़े बिहार में बीजेपी के राजनीतिक मामलों के प्रभारी हैं। वे बिहार के मौजूदा सियासी घटनाक्रम में पार्टी की भूमिका को देख भी रहे हैं।
कई अहम नियुक्तियां हुईं
सबसे अहम नियुक्ति हुई उत्तर प्रदेश में, जहां बैज्यंत पांडा को कमान दी गई। दुष्यंत कुमार गौतम को उत्तराखंड का चुनाव प्रभारी बनाया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेयी झारखंड के चुनाव प्रभारी होंगे। त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब को हरियाणा का चुनाव प्रभारी बनाया गया है, जबकि बीजेपी नेता सुरेंद्र नागर सह प्रभारी होंगे। बिहार के पूर्व मंत्री और पश्चिम बंगाल में पार्टी के प्रभारी मंगल पांडे को राज्य का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है। बीजेपी नेता अमित मालवीय और आशा लाकड़ा सह प्रभारी होंगे। उत्तर प्रदेश के विधान परिषद सदस्य और राज्य के पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह को मध्य प्रदेश के लिए पार्टी का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है, जबकि सतीश उपाध्याय सह प्रभारी बनाए गए हैं। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब के प्रभारी विजय रूपाणी को राज्य का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री श्रीकांत शर्मा को हिमाचल प्रदेश का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है।
चुनाव से पहले पीएम मोदी की 30 सभाएं
आम चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पूरे देश में लगभग 30 सभाएं होंगी। पार्टी की योजना है कि वह देश के हर राज्य में कम से कम एक रैली करें। बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में अधिक रैली होंगी। बिहार के बेतिया में 4 फरवरी को रैली होनी है, जिसमें नीतीश कुमार भी शामिल हो सकते हैं। पिछले दिनों बीजेपी ने अपना थीम सॉन्ग भी लॉन्च किया था। इसके अलावा पार्टी 15 फरवरी को यूएई में होने वाले मंदिर के उद्घाटन के कार्यक्रम को भी पूरे देश में पहुंचाने की योजना बना रही है। इसका उद्घाटन खुद पीएम मोदी करेंगे। इसके अलावा अगले कुछ दिनों में पार्टी एनडीए का विस्तार देने के लिए नए साथियों को जोड़ने की कोशिश कर सकती है।
मिशन 400, लेकिन शर्तें लागू
पिछले कुछ दिनों से बीजेपी के मिशन 400 की बात हो रही है। लेकिन बीजेपी ने अपने ऐसे किसी भी नारे से इनकार किया। दरअसल बीजेपी मानती है कि दक्षिण की बाधा को देखते हुए अकेले दम पर 400 सीट का आंकड़ा पार करना लगभग असंभव है। लेकिन पार्टी ऐसा मानती है कि सहयोगियों के साथ अगर एनडीए 400 का आंकड़ा पार कर लेती है तो यह भी बड़ी उपलब्धि होगी। इसी कोशिश में उत्तर भारत में 2019 का प्रदर्शन दोहराने के साथ बीजेपी दक्षिण में टीडीपी, जेडीएस और एआईडीएमके जैसे दलों के साथ समझौता कर उस आंकड़े को छूने की कोशिश करेगी।