राजद सुप्रीमो लालू यादव लंबे अंतराल के बाद पटना पहुंच रहे हैं। दिल्ली से पटना निकलने के पहले लालू ने कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरण दास पर हमला बोलते हुए कहा कि भक्त चरण दास भकचोनहर दास है। कुशेश्वरस्थान सीट कांग्रेस को हारने और जमानत जब्त कराने के लिए दे देते ? लालू ने आगे कहा कि कांग्रेस से क्या गठबंधन होगा, क्या मतलब है गठबंधन का? लालू यादव का कांग्रेस को लेकर तेवर काफी तल्ख था। लालू ने अपने अंदाज में कहा कि भकचोंधर की बात का कोई मतलब नहीं। गौरतलब है कि दो दिन पहले बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने राजद पर बड़ा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि राजद का पर्दे के पीछे से बीजेपी से मिलीभगत है। अब बिहार में कांग्रेस महागठबंधन का हिस्सा नहीं है। अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सभी चालीस सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
बता दें कि राजद प्रमुख लालू यादव लगभग तीन साल बाद रविवार को पटना आ रहे हैं। अब उनकी तबियत ठीक है। लेकिन लालू यादव के चुनाव प्रचार में जाने को लेकर संशय बना हुआ है। कार्यक्रम दोनों क्षेत्रों में लगा है। लेकिन उनके आने के बाद डॉक्टरों की सलाह पर ही आगे का कार्यक्रम तय होगा। यदि दोनों विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में लालू ने प्रचार की कमान संभाल ली तो इसका बड़ा फायदा तेजस्वी के साथ पार्टी को भी मिलेगा। लालू यादव के पटना आने का कार्यक्रम पहले से ही तय था। उन्हें 22 या 23 अक्टूबर को पटना आना था। 25 और 27 को उनका कार्यक्रम क्रमश: कुशेश्वरस्थान और तारापुर में अब भी लगा हुआ है। उनके आने के कार्यक्रम तय होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पटना आ गई। लेकिन इसी बीच में राबड़ी फिर दिल्ली लौट गईं। जाते समय उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद की तबियत ठीक नहीं है, अभी वह पटना नहीं आएंगे।
लालू यादव पटना से 23 दिसम्बर 2017 को ही गये थे। उसके बाद चारा घोटाले में बेल मिलने के बाद वह इसी साल 30 अप्रैल को जेल से निकले थे। बेल मिलने के बाद से ही वह दिल्ली में बड़ी बेटी मीशा भारती के आवास पर रह रहे हैं। वहां उनका इलाज भी चल रहा है। कुछ दिन पहले रामविलास पासवान की बरसी के समय भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा था कि संभव है लालू प्रसाद बरसी में भाग लें। उनकी सेहत में काफी सुधार हुआ है।