राजद के नीतीश कुमार को दिए गए खुले ऑफर के बाद से बिहार की राजनीति गरमा गई है. एक तरफ जहां भाजपा और JDU के बीच अरुणाचल प्रदेश के मामले में दोनों दलों के बीच तनाव पैदा हो गया है और इस तनाव का फायदा आरजेडी उठाने की फिराक में है. इस दौरान RJD के नेताओं द्वारा नीतीश कुमार को ऑफ़र देने का सिलसिला भी तेज हो चला है. जहां अब तक राजद ने नीतीश कुमार को केंद्र की राजनीति करने की सलाह के साथ पीएम उम्मीदवार बनाने की बात कही थी. तो अब राजद के एक बड़े नेता का दावा है कि, जेडीयू के 17 विधायक उनकी पार्टी के साथ संपर्क में है. लेकिन दल बदल कानून को देखते हुए विधायकों की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है.
बिहार में सियासी हड़कंप
दरअसल, ये बड़ा बयान वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने दिया है. जो नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री रहे हैं और चुनाव से पहले ही राजद में शामिल हुए हैं. श्याम रजक के दावे से बिहार में सियासी हड़कंप मच चुका है. एक तरफ राजद के दो बड़े नेताओं द्वारा नीतीश कुमार को साथ आने का ऑफर तो दूसरी तरफ 17 विधायकों के साथ संपर्क होने के दावे से खलबली मच चुकी है.
केंद्र की राजनीति करिए
राजद नेता और पूर्व मंत्री विजय प्रकाश ने नीतीश कुमार से कहा कि, आपको आपका सहयोगी दल भाजपा परेशान कर रही है. अब आप बिहार की गद्दी का लोभ छोड़कर केंद्र की राजनीति करिए. उनका कहना है कि, केंद्र में नीतीश कुमार की राजद पूरी मदद करेगा. लेकिन नीतीश कुमार के सामने राजद ने ये भी शर्त रखी है कि पीएम उम्मीदवार बनने के लिए उन्हें तेजस्वी यादव को सीएम बनाना होगा.
राजद नेताओं की छटपटाहट
बिहार में जारी बयानबाजी और राजद के ऑफर्स के बीच जेडीयू का भी बयान सामने आया है. जिसमें जेडीयू ने इन ऑफर्स को राजद नेताओं की छटपटाहट बताते हुए JDU प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि जो लोग चुनाव के पहले नालंदा की किसी सीट से नीतीश जी को चुनाव लड़ने की चुनौती दे रहे थे आज वही लोग अचानक से नीतीश जी को बड़ा-बड़ा ऑफर दे रहे हैं. राजनीति में गद्दी के लिए इतनी हताशा तो जल्दी देखने को नहीं मिलती ये सिर्फ राजद नेताओं की गद्दी पाने की छटपटाहट है.