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बंगाल में टीम ममता का शपथ ग्रहण, पूर्व IPS अधिकारी हुमायूं कबीर बने मंत्री, पूर्व IPS अधिकारी भारती घोष को हराया

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) के बाद तीसरी बार राज्य की सीएम बनीं ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के कैबिनेट के मंत्रियों की शपथ दिलाई. राजभवन के थ्रोन हॉल में सीएम ममता बनर्जी की उपस्थिति में राज्यपाल ने मंत्रियों को शपथ दिलाना आरंभ किया है. राज्य मंत्रिमंडल में 8 महिलाएं हैं. अमित मित्रा, ब्रात्य बसु, रथीन घोष ने वर्चुअली इस शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया.

43 सदस्यीय मंत्रिमंडल में पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा (Amit Mitra), पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी (Manoj Tiwari), पूर्व आईपीसी अधिकारी हुमायूं कबीर (Humayanu Kabir) सहित कई नए चेहरे हैं, जो पहली बार ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं. अमित मित्रा को टिकट नहीं दिया गया था लेकिन उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.

शपथ ग्रहण समारोह के बाद नबान्न में होगी मंत्रिमंडल की बैठक

शपथ ग्रहण समारोह के बाद अपराह्न तीन बजे नबान्न में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक है. मंत्रिमंडल में 24 कैबिनेट दर्जे के मंत्री हैं, तो 10 को स्वतंत्र प्रभार और 9 राज्य दर्जा के मंत्री हैं. इस मंत्रिमंडल में ही सभी मंत्रियों के विभागों का बंटबारा किया जाएगा. सूत्रों के अनुसार ममता बनर्जी गृह विभाग और स्वास्थ्य विभाग खुद अपने पास रखेंगी, जबकि पुराने मंत्रियों के विभागों में कुछ फेरबदल हो सकते हैं.

पुराने मंत्रियों के विभागों में हो सकती है फेरबदल

ममता बनर्जी के नए मंत्रिमंडल में पुराने मंत्रियों में सुब्रत मुखर्जी, पार्थ चटर्जी, अमित मित्रा, फिरहाद हकीम, अरुप विश्वास, शोभनदेव चट्टोपाध्याय, साधन पांडेय, ज्योतिप्रिय मल्लिक, बंकिम चंद्र हाजरा, सोमेन महापात्रा, मलय घटक, अरुप विश्वास, उज्जवल विश्वास, अरुप राय, चंद्रनाथ सिन्हा, ब्रात्य बसु, डॉ शशि पांजा, जावेद खान, स्वपन देवनाथ और सिद्दिकुल्ला चौधरी जैसे मंत्रियों को फिर से कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. राज्यसभा के पूर्व एमपी मानस रंजन भुइयां, रथीन घोष, पुलक राय और बिप्लव मित्रा को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.

पूर्व आईपीएस हुमायूं कबीर सहित कई नए मंत्री

बंकिम हाजरा, रथीन घोष, पुलक रॉय, बिप्लव मित्र, हुमायूं कबीर, अखिल गिरि, रत्ना दे नाग, बीरवाह हांसदा, ज्योत्सना मांडी, मनोज तिवारी, सिउली साहा, बुलचिकी बराईक, दिलीप मंडल, अकरुज्जमान, श्रीकांत महतो और परेश अधिकारी को पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. चंदननगर के पूर्व पुलिस आयुक्त (CP) हुमायूं कबीर ने इसी साल जनवरी में निजी कारणों का हवाला देते हुए अपने रिटायरमेंट से 3 महीने पहले इस्तीफा दे दिया था. साल 2003-बैच के आईपीएस अधिकारी कबीर बाद में ममता बनर्जी की उपस्थिति में एक कार्यक्रम के दौरान 9 फरवरी को टीएमसी में शामिल हुए थे.

चुनाव के पहले टीएमसी में हुए थे शामिल

इससे पहले, कबीर की पत्नी अनिंदिता दास कबीर बंगाल में सत्तारूढ़ गठन में शामिल हो गई थीं. चंदननगर पुलिस आयुक्त के रूप में कबीर की भूमिका सुर्खियों में तब आई, जब उन्होंने बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था. सूत्रों के मुताबिक इन कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से 20 जनवरी को एक रैली में ‘गोली मारो’ के नारे लगाए थे.

बीजेपी की उम्मीदवार भारती घोष को हराया था

विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने उन्हें डेबरा विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था. डेबरा से बीजेपी ने पूर्व आईपीएस अधिकारी और बंगाल बीजेपी की उपाध्यक्ष भारती घोष को उम्मीदवार बनाया था. दो पूर्व आईपीएस अधिकारी के बीच मुकाबला होने के कारण यह सीट काफी लोकप्रिय हुआ था, लेकिन हुमायूं कबीर ने भारती घोष को 11,226 वोटों से हराया था.