फिरोजाबाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के होर्डिंग्स से छेड़छाड़ का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है। 12 अगस्त की रात को जिस तरह होर्डिंग्स से चेहरे काटे गए थे, वही अब 17 अगस्त की रात को चेहरों पर कालिख फेंकी गई है। भाजपा नेताओं ने पुलिस के बुधवार को किए खुलासे पर भी सवाल उठाए हैं। शहर की फिजा को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
फिरोजाबाद में 12 अगस्त की रात को आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर नगर निगम क्षेत्र में दर्जनों स्थानों पर शुभकामनाओं के होर्डिंग्स लगाए गए थे। इन होर्डिंग्स में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरों को 12 अगस्त की रात को काट दिया गया था। इस घटना के बाद 13 अगस्त की सुबह शहर में लोगों ने जब हंगामा शुरू किया तो आनन-फानन में प्रशासन ने इन होर्डिंग्स को उतरवा दिया था।
साथ ही थाना उत्तर और थाना दक्षिण में मुकदमे दर्ज कराए गए थे। पुलिस लगातार सीसीटीवी फुटेज से मामले को खंगाल रही थी। बुधवार को पुलिस ने गुपचुप तरीके से एक आरोपी को साजिश में शामिल होने की बात कहते हुए जेल भेज दिया। आरोपी युवक को विक्षिप्त भी बताया है।
गुरुवार की सुबह सुहाग नगर चौराहे के निकट होर्डिंग्स से मुख्यमंत्री के चेहरे पर कालिख पोती हुई मिली। होर्डिंग्स पर कालिख को फेंका गया है। घटना की जानकारी होते ही भाजपा नेताओं ने जिलाधिकारी और सीओ सिटी को मामले से अवगत कराया है।
महानगर अध्यक्ष बोले पुनः हो जांच
भाजपा के महानगर अध्यक्ष राकेश शंखवार ने अब तक हुई घटनाओं को लेकर पुलिस से दोबारा जांच की बात कही है। उन्होंने पुलिस के बुधवार को किए गए खुलासे पर भी प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा है कि एक विक्षिप्त युवक आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर होर्डिंग्स के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकता। सीसीटीवी में भले ही वह पोल पर चढ़ते और उतरते हुए दिखाई दे रहा है लेकिन कई बड़े स्थानों पर पोलो से मुख्यमंत्री के चेहरे काटने के मामले में अन्य आरोपी भी इस घटना में शामिल है। इस पूरे घटनाक्रम के पीछे उनका मकसद भी अलग हो सकता है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी और सीओ सिटी से उन्होंने पूर्व के मामलों में भी दोबारा जांच करते हुए अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने साफ कहा कि शहर के लोगों के गले में पुलिस का खुलासा नहीं उतर रहा है। एक व्यक्ति इस तरह की घटना में शामिल नहीं रह सकता।