महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में फर्जी वैक्सीनेशन ड्राइव का मामला बढ़ता जा रहा है. पहले एक हाउसिंग सोसाइटी में फर्जी वैक्सीनेशन अभियान की बात सामने आई थी, अब मुंबई के मैचबॉक्स पिक्चर्स द्वारा एक लिखित शिकायत दर्ज की गई है, जिसमें कहा गया है कि वैक्सीनेशन के नाम पर उनके कर्मचारियों के साथ धोखाधड़ी हुई है. मुंबई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन, कांदीवली पुलिस स्टेशन में इस मामले में शिकायत दर्ज की गई है. अभी कोई केस रजिस्टर नहीं किया गया है, लेकिन पुलिस की ओर से अब एक्शन लिया जा रहा है.
हाउसिंग सोसाइटी वाली कंपनी ने ही किया घोटाला?
शिकायत के मुताबिक, मैचबॉक्स पिक्चर्स के करीब 150 कर्मचारी और उनके परिवारवालों को 20 मई को कोविशील्ड की पहली डोज़ दी गई. ये डोज़ उन्हीं के द्वारा दी गई थी जिनका नाम हाउसिंग सोसाइटी में हुए फर्जीवाड़े में सामने आया था. इस कैंप को अस्पताल में काम करने वाले पूर्व कर्मचारी राजेश पांडे, उसके साथी संजय गुप्ता और अन्यों द्वारा आयोजित किया गया था. संजय गुप्ता, SP इवेंट्स के साथ काम करता है जो कि एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी है. वही, वैक्सीनेशन के इस फर्जी अभियान में लोगों को साथ जोड़ रहा था.
क्या बोले मैचबॉक्स पिक्चर्स के कर्मचारी?
इस मामले को लेकर मैचबॉक्स पिक्चर्स के एक कर्मचारी का कहना है कि टीकाकरण के बाद उन्हें कोई सर्टिफिकेट नहीं दिया गया. कंपनी का कहना है कि बैकलॉग की दिक्कत के कारण सर्टिफिकेट आने में एक हफ्ता लगेगा, हमें चिंता है क्योंकि किसी भी व्यक्ति में वैक्सीन के बाद आने वाले लक्षण नहीं मिले हैं.
सोसाइटी में हुए टीकाकरण घोटाले में अबतक चार गिरफ्तार
आपको बता दें कि कोरोना संकट के बीच मुंबई की एक सोसाइटी में हुए टीकाकरण घोटाले ने हर किसी को हैरान कर दिया था. यहां सोसाइटी के लोगों का आरोप था कि उन्हें कैंप लगाकर फर्जी वैक्सीन लगा दी गई, जिसके बाद हड़कंप मच गया. मुंबई पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है, अबतक कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. मुंबई पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है. पुलिस द्वारा मध्य प्रदेश के सतना से एक व्यक्ति को हिरासत में भी लिया गया है. जब फर्जी वैक्सीनेशन का खुलासा हुआ था, तब ये मुंबई से भागकर यहां पहुंच गया था.