महाराष्ट्र (Maharashtra) के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Deputy Chief Minister Devendra Fadnavis) ने दावा किया है कि शिवसेना (Shiv Sena) में बगावत के बाद उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मुख्यमंत्री पद की पेशकश की थी। वहीं, इस बयान पर शिवसेना (यूबीटी) नेता व सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस लोगों के बीच सनसनी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
देवेन्द्र फडणवीस ने एक साक्षात्कार में कहा, जब एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विधायकों ने बगावत की थी तब उद्धव ठाकरे ने उनसे संपर्क किया था। लेकिन मैंने उन्हें जवाब दिया कि हम आगे बढ़ चुके हैं।
उद्धव ने कहा कि जो हो गया सो हो गया, अब आप मुख्यमंत्री बनिए। मैंने साफ कर दिया कि अब समय बीत चुका है। मैं विश्वासघात करने वालों में से नहीं हूं। अब एकनाथ शिंदे और विधायक हमारे साथ आए हैं तो हम उनके साथ विश्वासघात नहीं कर सकते। यह हमारी राजनीति का हिस्सा नहीं है। वहीं, राउत ने कहा कि जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे तब फडणवीस विपक्ष के नेता थे। ऐसे में जब दो नेता चर्चा करते हैं तो उसमें गलत क्या है।
शिवसेना गंवाने के बाद दोबारा मिशन महाराष्ट्र पर निकले उद्धव
शिवसेना गंवाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एक बार फिर मिशन महाराष्ट्र पर हैं। उन्होंने शनिवार को राज्यव्यापी शिव गर्जना और शिवसंवाद अभियान की शुरुआत की। यह तीन मार्च तक चलेगा। अभियान का मकसद स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना और शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) में जारी पतझड़ को रोकना है। अभियान में उद्धव ने अपने निष्ठावान नेताओं को लगाया है। आगामी 27 फरवरी से विधान मंडल का बजट सत्र शुरू हो रहा है। इसलिए समर्थक विधायकों को इसमें शामिल नहीं किया गया है।