उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) जिले में आतंक का पर्याय बना तीन लाख के इनामी बदमाश सूर्यांश दुबे (Suryansh Dubey) और पुलिस के बीच सरायमीर थाना क्षेत्र के शेरवां गांव में मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने एनकाउंटर (Police Encounter) में मार गिराया है। इस मुठभेड़ में बदमाश की गोली से स्वाट टीम प्रभारी और एक आरक्षी भी घायल हो गया है। जिनका इलाज निजी चिकित्सालय में चल रहा है।
दलित प्रधान की हत्या में था वांछित
बताया जा रहा है कि जिले के एक व्यापारी को गुरुवार को सूर्यांश दुबे ने एक मैसेज किया था। इस मैसेज के जरिये उसने व्यापारी से पांच लाख रुपये रंगदारी की मांग की थी। व्यापारी ने तुरंत इस बात की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद से पुलिस टीम उसकी तलाश में जुट गई। इसी दौरान स्वाट टीम को गुरुवार शाम सूचना मिली कि तरवां के चर्चित दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या के आरोपी बदमाश सूर्यांश किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिये सरायमीर थाना क्षेत्र में जा रहा है।
स्वाट टीम प्रभारी और कांस्टेबल हुए घायल
सूचना प्राप्त होने के बाद स्वाट टीम ने सरायमीर थाना पुलिस के साथ संयुक्त रुप से मिलकर ऑपरेशन चलाया। बताया जा रहा है जब बदमाश सरायमीर के शेरवां गांव के पास नहर किनारे पहुंचा तभी पुलिस ने उसे घेर लिया। तभी बदमाशों ने पुलिस टीम पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस फायरिंग में स्वाट टीम प्रभारी श्रीप्रकाश शुक्ला घायल हो गये। फिर पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई शुरु कर दी। उसी दौरान बदमाश सूर्यांश दुबे गंभीर रुप से घायल हो गया। उसके पास से दो पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुआ है।
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
घायल बदमाश को उचार के लिये जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि बदमाश पर आजमगढ़, मऊ और जौनपुर में लगभग दो दर्जन संगीन अपराधिक मुकदमे पहले से ही दर्ज थे। तरवां के दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या के बाद जब राजनीति तेज हुई तब एडीजी ने बदमाश पर एक लाख और उसके बाद शासन ने दो लाख रूपये का इनाम घोषित किया था।