केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि राज्य सरकारें किसानों की आय बढ़ाने के विचार को केंद्र में रखकर योजनाएं एवं कार्यक्रम बनाएं. तोमर ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) योजना का जिक्र किया, जिसके तहत एक जनवरी को प्रधानमंत्री ने 10वीं किस्त ट्रांसफर की है. इस स्कीम के तहत अब तक कुल 1.80 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि केंद्र सरकार ने किसानों को दी है. जिसका फायदा खेती-किसानी को मिल रहा है.
तोमर सोमवार को सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र (KVK), मुजफ्फरनगर-द्वितीय एवं शामली के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पश्चिमी यूपी का क्षेत्र गन्ना उत्पादक है. जहां एक समय था कि किसान गन्ना तो उगाता था लेकिन भुगतान नहीं होता था. अब हालात बदल गए हैं. योगी सरकार ने भुगतान के अधिकांश प्रकरण निपटाने में अच्छी भूमिका निभाई है. यूपी में चीनी की रिकवरी भी अच्छी है, जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है.
कृषि क्षेत्र के लिए फंडिंग बढ़ाई
इस अवसर पर तोमर ने कहा कि खेती क्षेत्र की प्रगति में उत्तर प्रदेश, अग्रणी राज्य बन गया है. वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर तोमर ने कहा कि वर्तमान परिवेश में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कृषि क्षेत्र को उन्नत करने के लिए पूरी तरह प्रयत्नशील हैं. उनकी लीडरशिप में कृषि क्षेत्र के लिए फंडिंग बढ़ाई गई है.
किसान तकनीक से जुड़ें, महंगी फसलों की ओर आकर्षित हो, फसल विविधीकरण अपनाएं, दलहन- तिलहन व बागवानी फसलों की ओर उनका ध्यान रहे, वे माइक्रो इरीगेशन की ओर जाएं और देश की आवश्यकता में अपना योगदान दें. इस दृष्टि से केंद्र सरकार ने जो योजनाएं बनाई, उनका क्रियान्वयन अच्छे से हो रहा है. उन्होंने प्रसन्नता जताई कि यूपी के मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री सहित पूरी टीम इन योजनाओं पर बेहतर अमल कर रहे हैं.
कृषि में यूपी की तारीफ
तोमर ने कहा कि राज्य में केवीके का पूरा उपयोग करते हुए सहयोग दिया गया है. कृषि अनुसंधान नीचे तक पहुंचाने, अच्छी किस्मों के बीज व आदान किसानों को समय पर उपलब्ध कराने, उत्पादन व उत्पादकता बढ़ाने व बुंदेलखंड सहित वर्षा आधारित क्षेत्रों को भी अच्छी स्थिति में बदलने में उत्तर प्रदेश सरकार ने सफलता पाई है. कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र अर्थव्यवस्था की रीढ़ के समान है. इसे मजबूत करना हम सबका धर्म व कर्म है.
कृषि मंत्री का दावा-डबल हुआ केसर का दाम
प्रधानमंत्री द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के आह्वान पर सबके सहयोग से इसके परिणाम सामने आ रहे हैं. इस संबंध में उन्होंने श्रीनगर (कश्मीर) में अपने प्रवास के दौरान केसर उत्पादक किसान द्वारा कही गई इस बात का उल्लेख किया कि वहां केंद्र सरकार द्वारा केसर पार्क विकसित किए जाने के कारण उन्हें केसर के एक लाख रुपये प्रति किलो के बजाय दो लाख रुपये प्रति किलो भाव मिल रहे हैं.
एक लाख करोड़ रुपये का एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड
कृषि मंत्री ने कहा कि एक लाख करोड़ रुपये का एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) जैसी ऐसी कई अनेक योजनाएं हैं, जिससे किसानों को फायदा पहुंच रहा है. केंद्रीय मंत्री ने प्रसन्नता जताई कि सभी योजनाओं का लाभ अन्य राज्यों के साथ ही बड़े पैमाने पर उत्तर प्रदेश को भी मिल रहा है.
यूपी में दलहन-तिलहन की खरीद बढ़ी
कृषि मंत्री ने कहा कि पूरे यूपी में सरकारी खरीद में वृद्धि हुई है. पहले इसके लिए आंदोलन ही होता रहता था. पहले कहां खरीद होती थी, कहीं भी किसानों या राजनीतिक दलों को किसान दिखाई नहीं देते थे. लेकिन अब यूपी में किसानों से सरकारी खरीद का भी आंकड़ा बढ़ा है. दलहन व तिलहन की खरीद भी बढ़ाई गई है, जिसका फायदा किसानों की आमदनी की दृष्टि से हो रहा है.
इस मौके पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री संजीव बालियान, कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, यूपी के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, राज्य मंत्री लाखनसिंह राजपूत, गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र, उप महानिदेशक (कृषि प्रसार) डॉ. एके सिंह, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आरके मित्तल, सांसद प्रदीप चौधरी व विधायक विक्रम सैनी सहित कई लोग मौजूद रहे.