पाकिस्तान हमेशा मानवाधिकार, कश्मीर का शोर मचाता है लेकिन अपनी वास्तविक हकीकत से मुंह चुराता है। भारत में मुस्लिमों के साथ अत्याचार होने का प्रोपेगेंडा फैलाने वाले पाकिस्तान में हिंदुओं की स्थिति कितनी बुरी है यह किसी से छिपा नहीं है। ऐसा ही पाकिस्तान का एक मामला सामने आया है जिसमें पाकिस्तान के खोखलेपन की पोल खुल गई है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक पुलिसवाले ने नाबालिग हिंदू लड़की को अगवा कर लिया और उससे शादी करने से पहले जबरन इस्लाम कबूलवाया। नाबालिग बच्ची का नाम नीना कुमारी बताया जा रहा है। नीना के पिता का नाम रमेश लाल है।
यह परिवार सिंध प्रांत के नौशहरो जिले का रहने वाला है। नीना को गुलाम मरूफ कादरी नाम के पुलिसवाले अगवा किया। हैरानी तो यह है कि आरोपी पुलिसवाले को इलाके में रह रहे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा में लगाया गया था। नाम जाहिर न करने की शर्त पर सिंध के एक हिंदू नेता ने बताया कि नीना पिछले पांच दिनों से लापता थी। जब नीना स्कूल से नहीं लौटी तभी उसके परिवार ने उसे खोजने की कोशिश की। नीना को लेकर अपहरण के बारे में पता लगा।ऑल पाकिस्तान हिंदू पंचायत के मुताबिक कादरी ने 11 फरवरी को एक दरगाह पर नीना से जबरन इस्लाम कबुलवाया। निकाह से पहले नीना का नाम बदल कर मारिया कर दिया। उसने कराची में पीड़िता से शादी की। सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे मैरिज सर्टिफिकेट पर सिर्फ पुलिसवाले की जन्मतिथि लिखी है और नीना को 19 साल का बताया है जबकि नीना के परिवार का दावा है कि वह नाबालिग है।
सिंध के हिंदू नेता ने कहा कि इस मामले के बाद हम उन पुलिसवालों पर भी भरोसा नहीं कर सकते हैं। जिन्हें सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गयी है वह अपना काम नहीं करते हैं। सरकार से हमारे मंदिर के पास पहरेदारी बढ़ाने को कह सकते हैं।