वो कहते हैं न दिल बहलाने को गालिब ए ख्याल अच्छा है. कुछ ऐसा ही ख्याल फिलहाल पाकिस्तान के PM इमरान खान के दिलो-दिमाग में भी उमड़-घुमड़ कर रहा है. घरेलू टेस्ट सीरीज में पाकिस्तान ने साउथ अफ्रीका का सूपड़ा साफ क्या किया, पूर्व क्रिकेटर रहे पाकिस्तानी PM को अपनी टीम भारतीय क्रिकेटरों के मुकाबले टैलेंट की ज्यादा धनी दिखने लगी है. तभी तो उन्होंने ये भी कह दिया कि पाकिस्तान में भारत से ज्यादा क्रिकेटिंग टैलेंट है.
अब जनाब को ये कौन बतलाए कि सिर्फ एक सीरीज की सफलता पर इतना इतराना अच्छा नहीं है. वो भी जो अपने घर और माहौल में मिली है. क्योंकि यही पाक टीम न्यूजीलैंड दौरे पर बुरी तरह पिटकर आई थी. बहरहाल, पहले जरा पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और मौजूदा वजीर-ए-आला इमरान खान ने जो कहा वो पूरा बयान पढ़िए.
पाकिस्तान में भारत से ज्यादा टैलेंट- इमरान खान
PM इमरान खान ने कहा, ” पाकिस्तान में भारत से ज्यादा टैलेंट है. लेकिन, टीम इंडिया इस वक्त हमसे आगे हैं क्योंकि उनके क्रिकेट का ढांचा यानी स्ट्रक्चर बेहतरीन है.” उन्होंने आगे कहा कि, ” हम भी अपने देश में क्रिकेट का ढांचा ठीक करेंगे और हमें उम्मीद है कि फिर हमारी टीम भी नंबर वन बनेगी.”
भारत से तुलना ठीक नहीं पाकिस्तान के प्राइम मिनिस्टर
पाकिस्तान के PM ने अपने बयान में मुख्य तौर पर दो बातों का जिक्र किया है. पहला टैलेंट और दूसरा क्रिकेटिंग स्ट्रक्चर. पाकिस्तान के टैलेंट पर वर्ल्ड क्रिकेट को कभी संदेह नहीं रहा. लेकिन वो उसका अतीत था. वो 90 का दौर हुआ करता था. पाकिस्तान क्रिकेट के मौजूदा टैलेंट में वो आग ही नहीं है, जो घर से बाहर निकलकर खास कर SENA देशों में कोई मुकाबला या सीरीज जीत ले. क्योंकि ऐसा होता तो न्यूजीलैंड दौरे पर पाक टीम सीरीज नहीं तो कम से कम एक मुकाबला तो जरूर जीत लेती. और, फिर जिस भारतीय टीम के टैलेंट से पाक PM उनकी तुलना कर रहे हैं, उसने ऑस्ट्रेलिया में एक बार नहीं दो बार टेस्ट सीरीज जीतने का कमाल करके दिखाया है. इतना ही नहीं विराट कोहली समेत अपनी टीम के तमाम सीनियर खिलाड़ियों के बगैर भारत के युवा टैलेंट ने कंगारू टीम को उसी के घर में रौंदकर दिखाया है. उसने पाक टीम की तरह सिर्फ एक बाबर आजम के नहीं होने से मुंह की नहीं खाई. साफ है कि जिन दो टीमों के टैलेंट की तुलना इमरान खान कर रहे है, वास्तव में उनके बीच कोई तुलना ही नहीं हो सकती.
हालांकि, उन्होंने अपने खराब क्रिकेटिंग स्ट्रक्चर को सुधारकर टीम के नंबर वन बनने का ख्वाब देखा है. लेकिन, ये फिलहाल मुंगेरीलाल के हसीन सपने जैसा ही है.