अफगानिस्तान में पाकिस्तान और तालिबान अधिकारियों ने हाल में सीमा पर बाड़बंदी को लेकर हुआ विवाद सुलझा लिया है। शनिवार को मीडिया में आई खबरों में बताया गया कि दोनों ने यह मुद्दा इस बात पर सहमति जताते हुए सुलझा लिया है कि इस परियोजना पर आगे का काम आम रजामंदी से किया जाएगा, ताकि तनावपूर्ण हालात पैदा न हों। संवाददाताओं से बात करते हुए एक अधिकारी ने बताया कि उच्च स्तर पर यह तय किया गया है कि भविष्य में बाड़ से जुड़े मुद्दों को आपसी सहमति से निपटाया जाएगा। डॉन अखबार की एक खबर के मुताबिक, अधिकारी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि बुधवार की घटना के बाद दोनों देशों की सरकारों के बीच किस स्तर की वार्ता हुई है, क्योंकि इसी दिन तालिबान लड़ाकों ने सीमा पर बाड़ लगाने के काम को बाधित किया और कांटेदार तार को अपने साथ ले गए।
इस पर पाक सेना ने भड़कते हुए गोले भी दागे, जिससे दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बन गई थी। जानकारी के मुताबिक, बाद में दोनों पक्षों के रक्षा मंत्रालयों ने इस मुद्दे पर वार्ता की, जिसमें तालिबान के सीमा व कबाइली मामलों के मंत्रालय ने भी कथित तौर पर हिस्सा लिया। बता दें, पाकिस्तान यहां 2017 से ही 2,600 किमी लंबी सीमा पर बाड़बंदी कर रहा है।
पाकिस्तानी जेलों से 42 अफगानिस्तान कैदी रिहा
पाकिस्तान ने शुक्रवार को विभिन्न जेलों से 42 अफगानिस्तानियों को रिहा कर दिया और उन्हें पूर्वी नंगहार प्रांत के एक बंदरगाह शहर तोरखम में अफगानिस्तान के अधिकारियों को सौंप दिया है। बयान में बताया किया कि इन कैदियों को अफगानिस्तान प्रत्यर्पित किया गया है लेकिन यह नहीं बताया कि इन्हें किन आरोपों में हिरासत में लिया गया और उन्हें पाकिस्तानी जेलों में कब से रखा गया था।