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पंजाब सरकार ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर जारी की एडवाइजरी, कहा- मास्क लगाकर बाहर निकलें

पंजाब में पराली जलाने का सिलसिला लगातार जारी है। 3 और 4 नवंबर की सैटेलाइट तस्वीरों में पंजाब के हालात देखे जा सकते हैं। पंजाब में शनिवार को पराली जलाने के 1360 और मामले दर्ज किए गए हैं। पिछले चार दिनों में पंजाब में पराली जलाने के 6 हजार 500 मामले सामने आए हैं। पंजाब के कई शहरों में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए पंजाब सरकार ने एडवाइजरी जारी की है।

राज्य सरकार ने एक एडवाइजरी जारी कर लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है। सरकार ने लोगों को बिना मास्क पहने घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। इसके अलावा एडवाइजरी में यह भी जानकारी दी गई है कि यह प्रदूषण किसी व्यक्ति को कैसे नुकसान पहुंचा सकता है और इससे कैसे बचा जा सकता है। इसके अलावा सरकार ने आम जनता के लिए 9 अन्य निर्देश भी जारी किए हैं-

1. कौन खतरे में है- हम सभी जोखिम में हैं, लेकिन कुछ लोग ज्यादा कमजोर हैं, जिनमें छोटे बच्चे, बुजुर्ग, शुगर व दिल की बीमारियों तथा दमा के रोगी शामिल हैं। यह प्रदूषण आपकी आयु और जीवन की गुणवत्ता को कम कर सकता है।
2. हवा प्रदूषण के लक्षण- यदि खांसी, सांस चढ़ना, आंखों में खारिश या जलन, सिर भारी होना जैसे लक्षण दिखाई दें तो यह हवा में प्रदूषण के कारण है।
3. कम समय व लंबे समय के प्रभाव- हवा प्रदूषण आपकी आयु को कम कर सकता है तथा जीवन की गुणवत्ता पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।
4. उचित इलाज- बाहर जाने से परहेज करें, कोई समस्या आने पर डॉक्टर से सम्पर्क करें, मल्टी-विटामिन का सेवन करें, अस्थमा के मरीज इंहेलर का प्रयोग करें, अच्छी खुराक खाएं।
5. एक्सपोजर को कम करना- बच्चों, बूढ़ों और गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें, भीड़ वाले स्थानों पर न जाएं। धुएं में सवेर की सैर से बचें। घर के दरवाजें और खिड़कियां बंद रखें।
6. हवा प्रदूषण के प्रभाव- गर्भवती महिलाएं व छोटे बच्चे प्रदुषण में गम्भीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं।
7. सुबह की सैर- सूरज चढ़ने पर ही सुबह की सैर करें।
8. फेस मास्क- फेस मास्क की प्रयोग करें। घर से बाहर जाएं तो फेस मास्क पहन कर जाएं।
9. संदेश- कार पुलिंग करके प्रदूषण के कम करें। किसान फसलों की पराली न जलाएं। ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं। पोषटिक आहार खाएं।

बता दें, पंजाब में इस सीजन में पराली जलाने के मामलों की संख्या बढ़कर 14 हजार 173 हो गई है। 15 सितंबर से 31 अक्टूबर तक पंजाब में पराली जलाने के कुल 7,673 मामले सामने आए थे, जो अब चार दिनों में करीब 45 फीसदी बढ़कर करीब 14,000 हो गए हैं। पंजाब में 1 नवंबर को 1921, 2 नवंबर को 1668, 3 नवंबर को 1551 और 4 नवंबर को 1360 मामले सामने आए।

पंजाब में लगातार जल रही पराली का असर पंजाब के शहरों के AQI पर भी पड़ रहा है। बठिंडा का AQI 385, लुधियाना का 301, खन्ना का 265, जालंधर का 291, अमृतसर का 264, पटियाला का 251 और मंडी गोबिंदगढ़ का AQI 277 रहा।