नीम का एक प्राकृतिक ओषधि के रूप में स्तेमाल किया जाता है। लेकिन नीम नाम सुनकर ही हमारे मुह में कड़वेपन का ऐहसास होने लगता है। जैसे एक कहावत है की सच्ची बात हमेशा ही कड़वी होती है, उसी प्रकार नीम भी कड़वापन लिए आपकी रोंगों को सच्ची तरह दूर करने में सहायक होता है। नीम के कई फायदे होते है नीम की टहनी के दांतून आपके दांतो देखभाल करते ही है पर अब यदि आप नीम की चाय या फिर नीम का काढ़ा बना कर पींए तो आपका स्वास्थ्य और भी अधिक निखर सकता है।
नीम की चाय से बैक्टीरिया और वायरस का नाश होता है क्योंकि ये शरीर में बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में असरदायक है। यह आपके शरीर की रोंगों को जड़ से निकालने में सहायता करता है। आइये जानते है नीम की चाय से होने वाले कुछ फायदे।
1. सांसो की बदबू दूर करने में :- यदि आपको सांसो में से बदबू आने की समस्या है तो नीम की चाय से आपकी यह प्रॉब्लम भी दूर हो सकती है। नीम दांतों को सड़न से भी बचाती है।
2. कब्ज से छुटकारा :- यदि आपको हमेशा कब्ज की समस्या है तो आप नीम से बनी हुई चाय पी सकते हैं। यह आपकी पाचन क्रिया को दुरूस्त करके आपकी कब्ज की प्रॉब्लम दूर करता है।
3. खून साफ करने में :- यदि हमारे शरीर का खून साफ रहता है तो हम निरोगी रहते है। नीम को खून साफ करने में महारत हांसिल है। नीम की चाय बड़ी-बड़ी बीमारियां जैसे, निमोनिया, मलेरिया, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और दिल के रोग से बचाती है।
4. नीम की चाय बनाने की विधि :- आपकी आवश्यकता के अनुसार पानी उबाल लें। एक कप में मुठ्ठीभर नीम की पत्तियां डालें और ऊपर से उबला पानी डालें। नीम की पत्तियों को पानी में 5-7 मिनट तक भिगोए रखने के बाद पत्तियों को छान लें। फिर कप के पानी में शहद या नींबू का रस मिक्स करें। आप चाहें तो नीम की पत्तियों के अतिरिक्त नीम की पत्तियों का पॉवडर भी डाल सकते हैं।
5.नीम की चाय का साइड इफेक्ट :- वैसे तो नीम की चाय स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है पर इसके कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। यदि कोई महिला गर्भवती हैं या फिर गर्भवती होने वाली है, तो उन्हें इस चाय का सेवन नहीं करना चाहिए। यह चाय आपका गर्भपात कर सकती है। नीम की चाय केवल दो कप ही पीनी चाहिए क्योंकि यह बहुत तेज होती है इसलिए इसे अधिक पीने से आपको उल्टी जैसा महसूस हो सकता है। नीम की चाय रोज न पीएं।