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नागरिक विमानन मंत्रालय की हरी झंडी: ड्रोन से होगी कोरोना वैक्सीन की डिलीवरी, इन कंपनियों को मिली ट्रायल की इजाजत

वह दिन दूर नहीं जब जरूरी सामानों को ड्रोन के जरिये मीलों दूर तक पहुंचाया जा सकेगा. हो सकता है आने वाले दिनों में पिज्जा (Pizza) से लेकर वैक्सीन (Vaccine) तक की डिलीवरी ड्रोन से हो. बता दें कि नागरिक विमानन मंत्रालय ने 7 और कंपनियों को ड्रोन की लंबी अवधि की उड़ानों के प्रयोग करने की इजाजत दे दी है, जिसमें फूड डिलीवरी कंपनी Swiggy भी शामिल है. स्विगी, Skylark के साथ मिलकर इस पर प्रयोग कर रही है. इस सुविधा के शुरू होने से समय की बचत होगी और लोगों को सुविधा भी मिलेगी.

मारूत ड्रोनटेक को BVLOS की इजाजत मिली है, ये तेलंगाना सरकार के साथ मेडिकल सप्लाई डिलिवरी पर काम कर रही है. कोविड के दौरान इस कंपनी ने काफी काम किया है. इसमें इसके करीब 52 ड्रोन काम में लगे हैं. मारूत ड्रोनटेक ने वैक्सीन की सप्लाई के लिए इच्छा जताई है. इसके अलावा AutoMicroUAS, Centillion Networks, Terradrone, Virginatech को भी BVLOS की इजाजत मिली है. बता दें कि पिछले साल 13 कंपनियों को ड्रोन से स्प्लाई की इजाजत मिली थी. इन कंपनियों के पहले स्पाइसजेट (SpiceJet) के डिलीवरी विंग SpiceXpress को पहले ही DGCA द्वारा दी गई मंजूरी दे दी गई थी. इसके साथ ही अब तक कुल 20 कंपनियों को इस तरह की इजाजत मिल चुकी है.

नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने किफायती विमान कंपनी स्पाइसजेट की कार्गो ईकाई SpiceXpress को ड्रोन के जरिये ई-कॉमर्स पार्सल डिलीवरी की अनुमति मई में दे दी थी. DGCA द्वारा दी गई इस मंजूरी के बाद अब स्पासजेट ड्रोन की मदद से ई-कॉमर्स पार्सल, मेडिकल, फार्मा और अन्य जरूरी वस्तुओं की सप्लाई कर सकेगा. रिमोट ​एरिया में इन वस्तुओं को पहुंचाने में सहूलियत मिल सकेगी. क्या है BVLOS? बता दें कि ड्रोन इंडस्ट्री (Drone Industry) के क्षेत्र में BVLOS की काफी चर्चा सुनने को मिलती है. दुनियाभर के कई देश इसे लेकर अपने ड्रोन पॉलिसी (Drone Policy) में संशोधन कर रहे हैं ताकि मानवरहित एरियल व्हीकल्स (UAV’s) को अधिकतम दक्षता के साथ उड़ाया जा सके. BVLOS फ्लाइट्स को विजुअल रेंज के आगे भी उड़ाया जा सकता है. साथ ही, इससे ड्रोन्स को अधिक दूरी तय करने में भी मदद मिलती है. इसे कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है और यह बेहद किफायती भी होता है.