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नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं को बताया बेईमान

पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) में मिली करारी हार के बाद से कांग्रेस (Congress) के नेताओं में मनमुटाव बढ़ता जा रहा है. पार्टी भले ही एकजुट होने का दावा कर रही हो लेकिन पार्टी के अंदर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पार्टी के नेताओं के बीच अंतर्रकलह उस समय लोगों के सामने आ गया, जब महंगाई के खिलाफ आज कांग्रेस के नेता इकट्ठा हुए. केंद्र सरकार के खिलाफ धरना देने के लिए और जनता को अपने साथ जोड़ने के इरादे से पंजाब कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे पर धरना बुलाया था. पेट्रोल-डीजल के साथ ही रसोई गैस की कीमतों को लेकर धरने में तमाम दिग्गज कांग्रेसी नेता जुटे भी. सबकुछ ठीक जा रहा था लेकिन जैसे ही पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने चंडीगढ़ के सेक्टर-15 स्थित कांग्रेस भवन के बाहर जारी धरने में अपना भाषण देना शुरू किया तभी वहां पर हंगामा मच गया.

दरअसल नवजोत सिंह सिद्धू ने इशारों ही इशारों में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की ओर इशारा करते हुए कहा कि वो किसी का नाम नहीं लेना चाहते लेकिन कुछ नेता ऐसे भी हैं, जिनके घरों से पैसे बरामद हुए. सिद्धू ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को बेईमान बता दिया. इसी बात पर वहां मौजूद कांग्रेस के कार्यकर्ता और कई सीनियर नेता भड़क गए और पंजाब यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बरिंद्र ढिल्लों ने नवजोत सिंह सिद्धू को बीच में ही टोकना शुरू कर दिया. इसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू धरने से निकल गए और पुलिस के द्वारा लगाए गए बैरिकेड पर कुछ देर अकेले धरना देने के बाद वहां से चले गए. इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू तो मीडिया के सवालों से बचकर निकल गए लेकिन कई सीनियर कांग्रेसी नेताओं ने नवजोत सिंह सिद्धू को अनुशासन में रहने का पाठ पढ़ाया और याद दिलाया कि ये धरना आपसी अंतर्रकलह को लेकर नहीं था बल्कि जनता से जुड़े महंगाई के मुद्दे पर था. कांग्रेस के नेताओं ने नवजोत सिंह सिद्धू को ही धरने में हुए हंगामे के लिए जिम्मेदार ठहराया दिया.