पश्चिम बंगाल सरकार ने ओमिक्रॉन (West Bengal Omicron) की आशंका के मद्देनजर विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए नया कोरोनो आइसोलेशन प्रोटोकॉल (Corona Isolation Protocol) जारी किया है. इस नियम के अनुसार विदेश से आने वाले यात्री यदि पॉजिटिव पाये जाते हैं, तो उन्हें पूरी तरह से अलग आइसोलेशन में रखा जाएगा. इसके साथ ही जोखिम भरे देश से आने के 14 दिन बाद कोविड पॉजिटिव के मामले में इस मामले में भी अलग आइसोलेशन की व्यवस्था का निर्देश दिया गया है. पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को ओमिक्रॉन को लेकर नया गाइंडलाइंस जारी करते हुए यह निर्देश दिया है. इस निर्देश में यह साफ कहा गया है कि कोरोना पॉजिटिव पाये गये यात्री को पूरी तरह से अलग-थलग रखना होगा. वह किसी अन्य यात्री या पॉजिटिव यात्री से नहीं मिल पाएंगे.
पश्चिम बंगाल सरकार ने नया आइसोलेशन प्रोटोकॉल को सख्ती से पालन का निर्देश दिया है. इस निर्देश में कहा गया है कि विदेश से आने वाला यात्री अगर कोविड पॉजिटिव है तो उन्हें अलग आइसोलेशन में रखना होगा. जोखिम भरे देश से आने के 14 दिन बाद कोविड पॉजिटिव होने पर भी उन्हें पूरी तरह से अलग आइसोलेशन में रखना होगा. नये आइसोलेशन प्रोटोकॉल के अनुसार एयरपोर्ट पर उतरते ही यात्रियों के सैंपल लेने के निर्देश दिये गये हैं और यदि कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो जीनोम अनुक्रमण के लिए त्वरित नमूना भेजने के निर्देश दिया गया है. ओमिक्रॉन संदिग्धों के लिए अलग आइसोलेशन वार्ड या घर या यहां किसी अन्य कोविड पॉजिटिव मरीज को नहीं रखा जा सकता है. उनके लिए अलग शौचालय होनी चाहिए.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि वह यह सुनिश्चित करेगा कि ओमिक्रॉन संदिग्धों को कम समय में जांच के लिए वार्ड से बाहर ले जाया जाए.ओमिक्रॉन की दो निगेटिव रिपोर्ट नहीं आने तक उन्हें अस्पताल से छुट्टी नहीं दी जाएगी. बता दें कि राज्य में हर दिन ओमाइक्रोन संदिग्धों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में नया आइसोलेशन प्रोटोकॉल ओमाइक्रोन को राज्य में डेल्टा की तरह फैलने से रोकने के लिए आठ सूत्री निर्देश दिया गया है. यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण आइसोलेशन प्रोटोकॉल है। यह राज्य में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे का संकेत है.