हिंद महासागर के देश सेशल्स में कोरोना रोधी वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ऐसे लोगों के आंकड़ों की समीक्षा करने में जुट गया है। सेशल्स के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले हफ्ते संक्रमित पाए गए लोगों में से एक तिहाई से ज्यादा लोग वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं। हालांकि, मंत्रालय के साथ ही डब्ल्यूएचओ का कहना है कि संक्रमित पाए गए लोगों में से ज्यादातर ने या तो वैक्सीन की एक डोज ली थी या एक भी डोज नहीं ली थी। दोनों डोज लेने वालों में से किसी की मौत नहीं हुई है और संक्रमण के चलते जिनकी हालत गंभीर हुई है उन लोगों ने टीके नहीं लगवाए थे।
हालांकि, डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता ने मेल पर भेजे जवाब में कहा, ‘हमारी टीम डाटा की समीक्षा कर रही है। मामलों में वृद्धि के कारणों का आकलन किया जा रहा है और प्रवृति को समझने की कोशिश की जा रही है। एक लाख की आबादी वाले सेशल्स में रोजाना सौ से कम ही संक्रमित मिल रहे थे। 30 अप्रैल को संक्रमितों की संख्या 120 थी, जो आठ मई को बढ़कर 314 हो गई। हालांकि, मामलों में कुछ कमी आई है, लेकिन संक्रमण दर ज्यादा है। मंत्रालय ने कहा कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों में 57 फीसद को चीन की सरकारी कंपनी सिनोफार्मा द्वारा बनाई गई वैक्सीन लगाई गई थी। जबकि, 43 फीसद को एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगाई गई है। दोनों डोज लेने वालों में से 37 फीसद संक्रमित पाए गए हैं। मंत्रालय ने कहा कि जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी है, उनमें से 80 फीसद ने टीका नहीं लगवाया है।