अभी तक आपने गूगल बॉय कौटिल्य के बारे में सुना होगा लेकिन आज हम आपको गूगल दादी के बारे में बताएंगे। जी हां, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की रहने वाली गूगल दादी एक ऐसी बुजुर्ग महिला हैं जो चलती फिरती डिक्शनरी हैं। उनको अधिकारी से लेकर विधायक और थाने और हेल्प लाइन आदि सैकड़ों फोन नंबर जुबानी याद है। इसलिए लोग इनको गूगल दादी के नाम से भी जानते हैं। मिर्जापुर जिले में चुनार तहसील क्षेत्र के परसुरामपुर गांव की रहने वाली गूगल दादी किसान के परिवार से ताल्लुक रखने वाली हैं। उनकी इस प्रतिभा पर खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक सराहना कर चुके हैं।
अक्सर आपने देखा होगा कि लोगों की उम्र बढ़ने के साथ उनकी याददाश्त भी कम होने लगती है, लेकिन 65 साल की सीतापति पटेल की जैसे-जैसे उम्र बढ़ रही है उनकी याददाश्त भी बढ़ रही है। स्वभाव से हंसमुख, जिंदादिल रहने वाली दादी समाज सेवा का काम कर लोगों की मदद भी करने का काम करती हैं। गूगल दादी के नाम से मशहूर सीतापति पटेल एक ऐसी डिक्शनरी हैं जिनको केवल जुबान पर आस-पड़ोस के जिलों के थानों, हेल्पलाइन, अधिकारियों और नेताओं के फोन नंबर जुबानी याद है।हालांकि दादी पढ़ी-लिखी नहीं हैं, लेकिन वो पढ़े-लिखे को फेल करती नजर आती हैं। यहीं नहीं उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोगों को जागरूक करने के लिए एक गीत भी खुद से तैयार किया है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी तक इनकी सराहना कर चुके हैं। दादी को कष्ट यह है कि अभी तक उन्हें सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली।