Breaking News

दुर्लभ संयोग में लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, इन राशियों को हो सकती है परेशानी

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार साल 2022 का आखिरी सूर्य ग्रहण मंगलवार 25 अक्टूबर 2022 को लगने जा रहा है. इससे ठीक एक दिन पहले 24 अक्टूबर को दीपावली का त्योहार मनाया जाएगा. वहीं ग्रहण के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाएगी. सालों बाद ऐसा दुर्लभ संयोग पड़ रहा है, जिसमें सूर्य ग्रहण के दिन पहले दीपावली और अगले दिन गोवर्धन पूजा होगी.

हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए त्योहारों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. लेकिन कई राशियों पर ग्रहण के शुभ-अशुभ प्रभाव देखने को मिलेंगे. ग्रहण का लगना ज्योतिषीय और खगोलीय दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण घटना माना जाता है.

ज्योतिष की मानें तो इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण कुछ राशियों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है, इसलिए ग्रहण के दौरान इन राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. आचार्य से जानते हैं साल का अंतिम सूर्य ग्रहण किन राशि वाले जातकों की बढ़ा सकता है मुश्किलें.

सूर्य ग्रहण में इन चार राशियों की बढ़ सकती है मुश्किलें

वृषभ राशि- साल का अंतिम और दूसरा सूर्य ग्रहण वृषभ राशि वालों की मुश्किलें बढ़ा सकता है. ग्रहण के दौरान इन राशि के जातकों को स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, इसलिए खानपान पर ध्यान रखें. इसके अलावा धन हानि की भी आशंका है. ग्रहण के दौरान किसी प्रकार का लेन-देन और निवेश करने से बचें.

मिथुन राशि- साल का अंतिम सूर्य ग्रहण मिथुन राशि के जातकों के लिए भी शुभ नहीं होगा. आपको अनावश्यक खर्चों के कारण धन संकट का सामना करना पड़ सकता है. जीवनसाथी के साथ भी समय अनुकूल नहीं रहेगा, जिससे कि अनबन हो सकती है.

तुला राशि- तुला राशि वाले जातकों पर पहले से ही शनि की ढैय्या चल रही है. ऐसे में सूर्य ग्रहण इन राशि के लोगों की मुश्किलें और बढ़ा सकता है. इस दौरान मन अशांत और भयभीत रहेगा.

कन्या राशि- कन्या राशि के जातकों के लिए भी सूर्य ग्रहण शुभ फलदायी साबित नहीं होगा. आपके आय में कमी आ सकती है, जिससे कि आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए इस दौरान कोई नया कार्य शुरू करने से बचें.

सूर्य ग्रहण का समय और सूतक
भारतीय समयानुसार सूर्य ग्रहण मंगलवार 25 अक्टूबर शाम 04:23 बजे से शुरू होकर शाम 06:25 बजे तक रहेगा. ग्रहण का मध्यकाल 05:28 बजे और मोक्ष 06:25 बजे होगा. सूर्य ग्रहण में सूतक काल 12 घंटे पहले ही शुरू हो जाता है, लेकिन यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा.