उत्तर प्रदेश विधानमंडल के तीन दिनो तक चलने वाले मानसून सत्र के पहले दिन गुरूवार को दिवंगत सदस्यों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करने के बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गई। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण पूरी एहतियात के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुयी। सदन में योगी सरकार में मंत्री रहे कमलरानी वरूण और चेतन चौहान के अलावा बुलंदशहर के भाजपा विधायक वीरेन्द्र सिंह सिरोही और जाैनपुर में समाजवादी पार्टी (सपा) सदस्य पारसनाथ यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया गया और भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की गयी।
मध्यप्रदेश के राज्यपाल के अलावा विधानसभा और विधान परिषद के सदस्य रहे लालजी टंडन को भी श्रद्धासुमन अर्पित किये गये। इसके अलावा सदस्यों ने गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ झड़प में शहीद सैनिकों को श्रद्धाजंलि अर्पित की। सदस्यों ने कोरोना योद्धाओं के अदम्य साहस और सेवा भाव की तारीफ की और अपने इस कार्य में जान गंवाने वाले चिकित्सकों,मेडिकल स्टाफ,सफाईकर्मी और पुलिसकर्मियों के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित किये। सदस्याें ने विधानसभा के पूर्व सदस्यों के निधन पर भी शोक संवेदना व्यक्त की।
संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने शोक प्रस्ताव पढ़ा जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ,नेता विपक्षी दल शैलेन्द्र यादव ललई ,बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेता लालजी वर्मा,कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्रा मोना और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) नेता ओमप्रकाश राजभर और अपना दल नेता ने दिवंगत सदस्यों के निधन पर शोक व्यक्त किया और शोक संतप्त परिजनो के प्रति संवेदना व्यक्त की। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि इतिहास में संभवत: यह पहली बार है जब सदन को अपने चार मौजूदा सदस्यों को श्रद्धाजंलि अर्पित करनी पड रही है। सदस्यों ने दिवंंगत आत्माओं की शांति के लिये दो मिनट का मौन रखा।
इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने विधानसभा परिसर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सपा विधायकों ने विधान भवन प्रांगण में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास धरना दिया और भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। विधायकों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थी। सपा नेताओं ने विधानभवन में प्रवेश कर रहे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का घेराव किया और नारेबाजी की। उनका आरोप था कि सरकार कोरोना पर नियंत्रण के मोर्चा पर पूरी तरह असफल रही है।
शुक्रवार और सोमवार को विधायी कार्य निपटाये जायेंगे। इस दौरान कई सदस्य कोरोना संक्रमण की वजह से सदन की बैठक में वर्चुअली भाग नहीं ले रहे है। सदन की कार्यवाही में भाग लेने वाले विधायकों के अलावा विधानभवन के कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों के एहतियात के तौर पर कोरोना टेस्ट कराये गये हैं जिसमें योगी सरकार के राज्यमंत्री उदयभान सिंह कोरोना संक्रमित पाये गये है। शुक्रवार को सदन के पटल पर अनुपूरक बजट और विधेयक रखे जायेंगे। शनिवार और रविवार के अवकाश के बाद 24 अगस्त को सदन की कार्यवाही के अंतिम दिन अनुपूरक बजट और बिल पारित किये जायेंगे।
हाल ही में कोरोना संक्रमण से उबरे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले रहे है जबकि अन्य वरिष्ठ विधायक भी सदन में मौजूद नहीं रहेंगे। योगी सरकार के 10 मंत्री कोरोना की चपेट में आ चुके है जिनमें होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान और प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमलरानी वरूण की मृत्यु हो चुकी है।
सदन में भाग लेने वाले हर एक के लिये कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है वहीं कार्यवाही के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना होगा। पत्रकारों के लिये तिलक हाल में बैठने की व्यवस्था की गयी है। विधानसभा के संक्षिप्त सत्र में ब्राहृमण उत्पीड़न,कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा,गन्ना भुगतान और ऊर्जा विभाग में अनियमितिता जैसे मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। सत्र में चालू वित्तीय वर्ष के पहले अनुपूरक बजट को मंजूरी मिलेगी जबकि करीब 15 बिल भी इस दौरान पारित किये जायेंगे।