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दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब, पराली के प्रदूषण में 740% बढ़ोत्‍तरी, वैज्ञानिकों ने चेताया

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब (poor air quality) होती जा रही है। जहरीली हवा ने सांस लेना दूभर कर दिया है। आसमान पर प्रदूषण (pollution) की मोटी परत छाई हुई है जिसकी वजह से दृश्यता का स्तर आधे से भी कम रह गया है। ऐसे में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैप) के स्टेज-3 को लागू करने के आदेश दे दिए गए हैं।

दिल्ली के 12 इलाकों की हालत सबसे ज्यादा खराब है। यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर दर्ज किया गया है। इसी बीच प्राइमरी स्कूलों को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है। प्राइमरी तक के छात्रों की पढ़ाई फिजिकल की जगह ऑनलाइन मोड में होगी। नगर निगम के स्कूल भी दो दिन बंद रहेंगे। पड़ोसी राज्य गुरुग्राम ने भी प्रदूषण से निपटने के लिए कदम उठाए हैं।

10 प्वांइट में समझें क्या है प्रदूषण की स्थिति-
1. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए, दिल्ली के सभी सरकारी और प्राइमरी स्कूल अगले 2 दिनों तक बंद रहेंगे।’

2. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पैनल ने एनसीआर में गैर-आवश्यक निर्माण गतिविधि पर प्रतिबंध लगा दिया है – जिसमें गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम शामिल हैं। शहर में डीजल ट्रकों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गयी है।

3. ग्रेडेड एक्शन रिस्पॉन्स प्लान के स्टेज-3 के तहत कई अन्य उपाय भी लागू होंगे, जिसे राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण में वृद्धि से निपटने के लिए तैयार किया गया है।

4. गुरुग्राम जिला मजिस्ट्रेट ने एक कानून के तहत कचरा, पत्ते, प्लास्टिक और रबर जैसे अपशिष्ट पदार्थों को जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो इसे दंडनीय अपराध बनाता है।

5. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ग्रैप के तीसरे चरण के कार्यान्वयन पर चर्चा के लिए शुक्रवार को एक बैठक बुलाई है। उन्होंने एएनआई को बताया, ‘ग्रैप के तीसरे चरण के प्रभावी कार्यान्वयन पर चर्चा के लिए शुक्रवार को दोपहर 12 बजे सभी संबंधित विभागों की बैठक बुलाई गई है।’

6. दिल्ली के प्रदूषण का स्तर इस सीजन में पहली बार शाम 5 बजे 402 ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंच गया। वैज्ञानिकों ने अगले दो हफ्ते में और बढ़ोतरी की चेतावनी दी है। दिल्ली के 37 निगरानी स्टेशनों में से कम से कम 18 में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया।

7. जिन क्षेत्रों में एक्यूआई ने 400 का स्तर पार किया उनमें आनंद विहार (450), बवाना (452), बुरारी क्रॉसिंग (408), द्वारका सेक्टर 8 (445), जहांगीरपुरी (433), मुंडका (460), एनएसआईटी द्वारका (406) शामिल हैं। नजफगढ़ (414), नरेला (433), नेहरू नगर (400), न्यू मोती बाग (423), ओखला फेज 2 (415), पटपड़गंज (412), पंजाबी बाग (445), आर के पुरम (417), रोहिणी (454) ), शादीपुर (407) और वज़ीरपुर (435) शामिल हैं।

8. जब एक्यूआई लेवल 400 से ऊपर चला जाता है तो इसे ‘गंभीर’ माना जाता है। ऐसा तब होता है जब वायु प्रदूषण स्वस्थ व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है और उन लोगों पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है जिन्हें पहले से कोई बीमारी है।

9. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर में दिल्ली की वायु गुणवत्ता 2020 के बाद से सबसे खराब थी। मौसम विज्ञानियों ने इसके लिए बारिश की कमी को जिम्मेदार ठहराया है।

10. रविवार को, पंजाब के खेतों में पराली जलाने की घटनाओं में 740 प्रतिशत का इजाफा देखा गया। पूरे राज्य में पराली जलाने की 1,068 घटनाएं दर्ज की गईं – जो मौजूदा कटाई के मौसम में एक दिन में सबसे ज्यादा हैं। सैटेलाइट तस्वीरों से इसका पता चला है।