उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण दिल्ली सहित पूरा एनसीआर शीतलहर की चपेट में हैं। राजधानी में गुरुवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले दस साल में लगातार दूसरे दिन सबसे ठंडा दिन रहा। इससे पहले 2011 में 17 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 5.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
सुबह साढ़े 8 बजे तक दृश्यता का स्तर 800 मीटर के साथ हल्की श्रेणी में दर्ज किया गया। दोपहर 2 बजे बाद धूप निकली, लेकिन सर्द हवाओं के आगे बेअसर रही। रात में भी हाड़ कंपा देने वाली ठंड महसूस की गई। अधिकतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री कम 15.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस कारण गलन महसूस की गई।
प्रादेशिक मौसम विभाग के अनुसार, अधिकतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस कम रहने की वजह से दोपहर में भी सर्दी का एहसास बना रहा। वहीं, पिछले 24 घंटे में हवा में नमी का अधिकतम स्तर 100 फीसदी और न्यूनतम 60 फीसदी दर्ज किया गया। रिज इलाका 3.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ सबसे ठंडा रहा। वहीं, आया नगर में भी न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लोदी रोड इलाके में न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव के अनुसार, फिलहाल उत्तरी पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी का दौर खत्म हुआ है। इस वजह से उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाली ठंडी हवाएं दिल्ली में शीतलहर का दौर बना रही है। इसके आगामी दो दिनों तक बने रहने की संभावना है। इस वजह से न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना रहेगा और दिल्लीवासियों को सर्दी के सितम का सामना करना पड़ेगा।
लगातार दूसरे दिन कड़ाके की ठंड
राजधानी में लगातार दूसरे दिन जबरदस्त ठंड का एक दशक का रिकॉर्ड टूटा है। बुधवार को भी न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो पिछले दस साल में 16 नवंबर को सबसे कम था।