निलंबित भाजपा नेता (Suspended BJP Leader) नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) और निष्कासित नेता (Expelled Leader) नवीन जिंदल (Naveen Jindal) की भड़काऊ टिप्पणी के खिलाफ (Against Inflammatory Remarks) दिल्ली (Delhi) की जामा मस्जिद के बाहर (Outside Jama Masjid) बड़ी संख्या में लोगों ने आज जोरदार प्रदर्शन (Violent Protest) किया और नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी (Arrest of Nupur Sharma and Naveen Jindal) की मांग की (Demand) । यूपी के सहारनपुर, देवबंद, लखनऊ, मुरादाबाद एवं प्रयागराज, पश्चिम बंगाल के कोलकाता और हावड़ा एवं आंध्र के हैदराबाद में भी जुम्मे की नमाज के बाद पैंगबर पर दिये विवादित बयान को लेकर प्रदर्शन किया गया।
जामा मस्जिद के शाही इमाम का कहना है कि मस्जिद ने विरोध का कोई आह्वान नहीं किया। मस्जिद कमेटी की ओर से विरोध का कोई आह्वान नहीं किया गया था। वास्तव में कल जब लोग विरोध करने की योजना बना रहे थे तो हमने उनसे स्पष्ट रूप से कहा था कि जामा मस्जिद (समिति) की तरफ से विरोध का कोई आह्वान नहीं है। जामा मस्जिद के शाही इमाम का कहना है कि मस्जिद कमेटी की ओर से विरोध का कोई आह्वान नहीं किया गया था। वास्तव में कल जब लोग विरोध करने की योजना बना रहे थे तो हमने उनसे स्पष्ट रूप से कहा था कि जामा मस्जिद (समिति) की तरफ से विरोध का कोई आह्वान नहीं है। शाही इमाम ने कहा, “हम नहीं जानते कि विरोध करने वाले कौन हैं, मुझे लगता है कि वे एआईएमआईएम के हैं या ओवैसी के लोग हैं। हमने स्पष्ट कर दिया कि अगर वे विरोध करना चाहते हैं, तो वे कर सकते हैं, लेकिन हम उनका समर्थन नहीं करेंगे।”
वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा है कि निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा और भाजपा से निष्कासित नेता नवीन कुमार जिंदल के बयानों के खिलाफ लोगों ने जामा मस्जिद पर विरोध प्रदर्शन किया। हमने वहां से लोगों को हटा दिया है। स्थिति अब नियंत्रण में है। टीवी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर नमाजियों ने काफी देर तक पोस्टर-बैनर लेकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। इस बीच, दिल्ली पुलिस के अफसर और उन्होंने किसी तरह हालात को काबू करने की कोशिश की गई। समझाने-बुझाने के बाद पुलिस ने वहां से भीड़ को कम करने की कोशिश की।
शुक्रवार को यूपी के सहारनपुर में जुम्मे की नमाज के बाद पैंगबर पर दिये विवादित बयान को लेकर प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा यूपी के ही देवबंद, लखनऊ, मुरादाबाद एवं प्रयागराज में भी नमाज अदा करने के बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि देवबंद में यूपी पुलिस ने सख्ती बरतते हुए लोगों को एक जगह जमा होने से रोका। प्रयागराज में पुलिस से झड़प के बीच पथराव हुआ । पुलिस को कई जगह बल प्रयोग भी करना पड़ा। वहीं लखनऊ पुलिस आयुक्त डी. के. ठाकुर ने बताया कि जुम्मे की नमाज़ की संवेदनशीलता को देखते हुए हम सतर्क हैं। यहां संवेदनशीलता बनी रहती है इसलिए हमने 144 लागू की है। अगर कोई इस बीच अपना कार्यक्रम करना चाहता है तो वे हमसे अनुमति लेकर कर सकता है।
यूपी के कानपुर धारा 144 लागू है। ऐसे में हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा करने पहुंचे केरल के आईयूएमएल सांसद मोहम्मद बशीर को कानपुर पुलिस ने वापस लौटा दिया है। बता दें कि कानपुर पुलिस लगातार हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में सीसीटीवी फुटेज के जरिए नजर रख रही है। इसके अलावा घटना वाली जगह से नगर निगम पत्थरों का मलबा हटाने का काम कर रही है। उधर पश्चिम बंगाल के कोलकाता और हावड़ा एवं आंध्र के हैदराबाद में भी जुम्मे की नमाज के बाद पैंगबर पर दिये विवादित बयान को लेकर प्रदर्शन किया गया। हावड़ा में नूपुर शर्मा का पुतला भी फूंका गया।
बता दें कि पैगंबर के खिलाफ विवादित बयान देने के बाद भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मामला दर्ज किया है। नूपुर शर्मा सहित इसमें 9 और लोगों के भी नाम हैं। इन सभी लोगों पर अलग-अलग धर्म के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी कर माहौल खराब करने का आरोप है। साइबर यूनिट ने नूपुर शर्मा के अलावा नवीन कुमार जिंदल, शादाब चौहान, सबा नकवी, मौलाना मुफ्ती नदीम, अब्दुल रहमान, गुलजार अंसारी, अनिल कुमार मीणा और पूजा शकुन के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
बता दें कि नूपुर शर्मा के बयान के बाद कई मुस्लिम देशों ने इसपर अपना विरोध जताया। जिसके बाद से भाजपा ने नूपुर शर्मा के खिलाफ एक्शन लेते हुए उन्हें 6 साल के लिए निलंबित कर दिया। वहीं पार्टी से निलंबित होने के बाद नूपुर शर्मा ने अपने बयान को लेकर माफी मांग ली है। उन्होंने कहा, मैं अपने शब्द वापस लेती हूं, मेरी मंशा किसी की भावानों को आहत करने की नहीं थी। अगर किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं अपने बयान को वापस लेती हूं।