शनिवार रात करीब एक बजे अमृतसर में उस समय अफरातफरी मच गई जब पुलिस कंट्रोल रूम में सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के पास 4 बम लगाए जाने की सुचना मिली। इस फोन कॉल से पुलिस के होश उड़ गए। उसके बात तुरंत पूरे पंजाब में अलर्ट कर दिया गया। पंजाब पुलिस के बम निरोधक दस्ते मौके पर पहुंचे और पूरे इलाके को घेर कर बम की तलाश शुरू कर दी गई। सुबह 4 बजे तक हर कोना जांचा, लेकिन बम नहीं मिले। साइबर टीम ने पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना देने वाले के मोबाइल नंबर को ट्रेस कर लिया है। 20 साल के एक निहंग को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस कंट्रोल रूम में रात डेढ़ बजे फोन कर किसी ने सूचना दी कि सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के आसपास चार बम छिपाकर रखे गए हैं। पुलिस में हिम्मत है तो वह धमाकों को रोक ले। इसके बाद फोन काट दिया गया। कंट्रोल रूम की टीम ने मोबाइल पर कई बार फोन किया, लेकिन उसने नहीं उठाया। इसके तुरंत बाद कंट्रोल रूम इंचार्ज ने पुलिस कमिश्नर नौनिहाल सिंह को यह जानकारी दी। इसके कुछ ही देर बाद पुलिस लाइन से दस बम निरोधक दस्ते श्री हरमंदिर साहिब पहुंच गए। बमों को ढूंढना शुरू कर दिया, लेकिन कहीं भी बम नहीं मिले।
पुलिस ने सुबह 4 बजे पता लगा लिया कि कॉल करने का आरोपी श्री हरमंदिर साहिब के पास के बांसा वाला बाजार का रहने वाला है। उसने चोरी के मोबाइल से पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर बम रखने की जानकारी दी थी। पुलिस ने आरोपी के घर से उसे हिरासत में ले लिया है। कॉल करने वाला बीस साल का निहंग है। आसपास के चार बच्चे भी उसके साथ शामिल थे। पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया है और बच्चों के परिजनों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है।
बता दें कि मई महीने में श्री हरिमंदिर साहिब के पास हेरिटेज स्ट्रीट में तीन बम धमाकों से सनसनी फैल गई थी। मामले की जांच के लिए एनआईए की टीम भी पहुंची थी। पंजाब पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। पंजाब पुलिस सूत्रों के अनुसार धमाके के पीछे का मकसद शांति भंग करना था। ब्लास्ट में पटाखों में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था।