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तमिलनाडु में भाजपा की बढ़ी उम्मीद, 2024 लोकसभा चुनाव से पहले सेट किया एजेंडा

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी ने तमिलनाडु में एजेंडा सेट करना शुरू कर दिया है। डीएमके के खिलाफ माहौल बनाकर और एआईएडीएमके में चल रहे मतभेद का फायदा उठाते हुए नई रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने पार्टी के सदस्यों के लिए उच्च लक्ष्य निर्धारित किए हैं। अन्नामलाई ने काम करने वाले और प्रतिभाशाली युवाओं को मौका देने की योजना बनाई है। इस योजना को सुस्त कार्यकर्ताओं के लिए चेतावनी भी मानी जा रही है। । पार्टी के हित के खिलाफ काम करने वाले या परिणाम नहीं दिखाने वालों के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है।

लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा और डीएमके के बीच टक्कर
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एम चक्रवर्ती ने कहा कि अन्नामलाई द्वारा बनाई गई गति को बनाए रखना पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जिन्होंने राज्य में भाजपा को एक मजबूत ताकत बनाया है। चक्रवर्ती का दावा है कि लोकसभा चुनाव और 2026 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और डीएमके के बीच सीधा मुकाबला होगा। चक्रवर्ती ने कहा कि हाल ही में कुछ गलत काम करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए अन्नामलाई ने कहा था कि जब कुछ यात्री बस से उतरते हैं, तभी नए यात्रियों को समायोजित किया जा सकता है।

धमकाने वाले नेता को निलंबित कर अन्नामलाई ने दिया संदेश
तमिलनाडु भाजपा ने अल्पसंख्यक विंग की प्रमुख महिला नेता डेजी सरन के खिलाफ अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी करने और डराने-धमकाने के आरोप लगने के बाद अपने राज्य के अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) विंग के नेता सूर्या शिवा (Suriya Siva) को उनके पद से छह महीने के लिए निलंबित कर दिया है। वहीं इस मामले पर सफाई देते हुए अन्नामलाई ने कहा कि मैं गलती करने वाले किसी को भी नहीं छोड़ूंगा। एक सिक्के के दो पहलू होते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। राजनीतिक शालीनता होनी चाहिए। भाजपा एक अलग तरह की पार्टी है। मैं अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करूंगा। अन्नामलाई ने ने जोर देकर कहा कि कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि लक्ष्मण रेखा पार करने वालों को दंडित किया जाएगा…यह तो केवल शुरुआत है। यह पार्टी सभी की है।

2024 से पहले ‘ऑपरेशन दक्षिण विजय’
बिहार और पंजाब में गठबंधन टूटने के बाद भाजपा के रणनीतिकारों ने 2024 के चुनावों में अपनी समग्र संख्या बनाए रखने के लिए दक्षिण में प्रवेश करने की आवश्यकता महसूस की है। इसके लिए ‘ऑपरेशन दक्षिण विजय’ को तैयार किया है। इसका उद्देश्य उत्तर-दक्षिण विभाजन को कम करना और 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं ने अक्सर दक्षिण का दौरा करना शुरू कर दिया है। हिमाचल प्रदेश और गुजरात में विधानसभा चुनाव के बाद इसमें तेजी आएगी।