यूरोपियन एविएशन की मशहूर कंपनी एयरबस इस समय बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2021 में हिस्सा ले रही है. एयरबस और इंडियन नेवी के बीच बातचीत का दौर जारी है और दोनों के बीच पैंथर हेलीकॉप्टर्स को लेकर वार्ता हो रही है. एयरबस ने नौसेना का लीज पर पैंथर हेलीकॉप्टर देने का मन बनाया है. कंपनी के अधिकारी की तरफ से भारतीय मीडिया को यह जानकारी दी गई है.
नौसेना को ये हेलीकॉप्टर वॉरशिप पर तैनात करने के लिए मिलेगा. नौसेना को इस समय हेलीकॉप्टर्स की सख्त जरूरत है और फिलहाल उनके पास चेतक हेलीकॉप्टर हैं, जिनकी टेक्नोलॉजी थोड़ी पुरानी है.
नेवी को हेलीकॉप्टर की सख्त जरूरत
एयरबस की तरफ से यह ऑफर ऐसे समय में आया है जब नौसेना के लिए 3 बिलियन डॉलर वाली 111 नेवल यूटिलिटी हेलीकॉप्टर्स (एनयूएच) की योजना कई वजहों से लड़खड़ाती हुई नजर आने लगी है. एयरबस के अधिकारियों की तरफ से कहा गया है कि नौसेना की ऑपरेशनल जरूरतों को, खासतौर पर हिंद महासागर में, पूरा करने के लिए विकल्प तलाशे जा रहे हैं.
केंद्र की मोदी सरकार ने रक्षा खरीद प्रक्रिया 2020 के तहत सेनाओं को लीज पर मिलिट्री उपकरण लेने की मंजूरी दे दी है. एयरबस की तरफ से भारतीय वायुसेना (आईएएफ) को भी दो ए330 मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट लीज पर दिए जा सकते हैं.
हर मिशन में कारगर पैंथर
कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक अभी इस पर कोई बात नहीं हुई है कि कौन सा हेलीकॉप्टर लीज पर दिया जाएगा. लेकिन सूत्रों की मानें तो AS565MBe का नौसेना वर्जन नेवी को मिल सकता है. ये पैंथर फैमिली का हेलीकॉप्टर है जो कि हर मौसम में ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है. इस मल्टी रोल मीडियम हेलीकॉप्टर को ऐसे डिजाइन किया गया है कि ये वॉरशिप के डेक से आसानी से टेक ऑफ कर सकता है. इसके अलावा यह जमीन से भी उड़ान भरने में सक्षम है.
यह एयरक्राफ्ट नेवी के अलावा कोस्ट गार्ड के भी मिशंस को पूरा कर सकता है जैसे मैरीटाइम सर्विलांस, सर्च एंड रेस्क्यू, घटना के समय घायलों को निकालना, गश्त और काउंटर टेररिज्म. एयरबस पिछले 5 दशकों से भारत में मौजूद है लेकिन अभी तक उसे कोई भी बड़ा रक्षा सौदा हासिल नहीं हो सका है.
20 देशों की सेनाओं के पास
अगर पैंथर हेलीकॉप्टर की बात करें तो इस समय दुनिया की 20 देशों की सेनाएं इसका प्रयोग कर रही हैं. ये हेलीकॉप्टर गर्मी के अलावा भयानक सर्दियों वाली स्थितियों में भी काम कर सकता है. इसका एडवांस कॉकपिट इसे और ताकतवर बनाता है. कॉकपिट ऑटोमैटिक फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम (एएफसी) के अलावा फ्लाइट मैनेजमेंट सिस्टम से भी लैस है.
यूएस कोस्ट गार्ड के पास भी ऐसे करीब 100 हेलीकॉप्टर है. ये हेलीकॉप्टर ज्यादा आवाज नहीं करता है और इस वजह से इसे कई मिशन में तेजी से प्रयोग किया जा सकता है. नौसना पाइरेसी, तस्करी और गैर-कानूनी तरीके से मछली पकड़ने वालों पर भी कार्रवाई की जा सकती है.