आधुनिक समय में डायबिटीज़ यानी मधुमेह बड़ी तेज़ी से अपना पैर पसार रहा है। इसके लिए गलत दिनचर्या, खानपान और तनाव जिम्मेवार हैं। साथ ही यह बिमारी आनुवांशिकता की वजह से भी होती है। इस बीमारी में रक्त में शर्करा स्तर बहुत बढ़ जाता है। इसके चलते मधुमेह में मीठा खाने की मनाही होती है। डायबिटीज़ टाइप1 और टाइप2 प्रकार के होते हैं। टाइप1 डायबिटीज़ में अग्नाशय से इंसुलिन ( इंसुलिन एक हार्मोन है ) का स्त्राव होना बंद नहीं होता है।
जबकि टाइप2 डायबिटीज़ में इंसुलिन उत्सर्जित नहीं होता है। इसके लिए जरूरी है कि मरीज अपने स्वास्थ्य और खानपान पर विशेष ध्यान दें। साथ ही शर्करा स्तर को नियंत्रित करने के लिए वर्कआउट जरूर करें। विशेषज्ञ डायबिटीज़ के मरीजों को हरी सब्ज़ियां, फल, नट्स और बीज खाने की सलाह देते हैं। अगर आप डायबिटीज़ के मरीज हैं, तो डायबिटीज़ को नियंत्रित करने के लिए आप अपनी डाइट में दलिया को जोड़ सकते हैं। एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि टाइप2 डायबिटीज़ के लिए दलिया फायदेमंद डाइट है। आइए इसे जुड़े रिसर्च के बारे में जानते हैं-
The Pharma Innovation Journal की एक रिसर्च के अनुसार, टाइप2 डायबिटीज़ के मरीजों के लिए दलिया दवा समान है। दलिया मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक होती है। इस रिसर्च में दावा किया गया है कि दलिया सुबह में अन्य नाश्ता की तुलना में अधिक लाभदायक होती है। जबकि मधुमेह से ग्रसित लोगों के लिए यह एक वरदान साबित हो सकता है। इसमें एंटी डायबिटिक गुण पाया जाता है जो रक्त में शर्करा स्तर को कम करने में बहुत फायदेमंद है।
कैसे बनाएं दलिया
रिसर्च में दलिया बनाने के लिए कुछ विशेष चीज़ों का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। इसके लिए सहजन की सुखी पत्तियां, ग्वार की फलियां और जई को क्रीम वाली दूध में अच्छी तरह से उबालकर बनाएं। यह दलिया न केवल सुपाच्य होता है, बल्कि चिकित्सीय भोजन के रूप में काम करती है। डायबिटीज़ के मरीजों के लिए यह बहुत लाभदायक होता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।