चौथे और अंतिम टेस्ट के लिए टीम इंडिया ब्रिस्बेन पहुंच गई है. यहां टीम पर कई ‘पाबंदियां’ हैं. होटल में खिलाड़ियों को कई सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. भारतीय टीम जिस होटल में रुकी है, वहां खिलाड़ी हाउसकीपिंग सर्विस के अलावा स्वीमिंग पूल का इस्तेमाल नहीं कर सकते. समझा जाता है कि कोविड-19 ट्रांसमीशन कम्यूनिटी को रोकने के लिए ऐसा किया गया है, क्योंकि ब्रिस्बेन पहले ही हॉटस्पॉट एरिया घोषित किया जा चुका है. कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों और न्यू साउथ वेल्स के साथ सीमा पर लॉकडाउन के कारण होटल में क्वारनटीन के कड़े नियम हैं. चार मैचों की टेस्ट सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबरी पर है. सीरीज का निर्णायक मैच 15 जनवरी से ब्रिस्बेन के गाबा में खेला जाएगा.
रिपोर्ट के मुताबिक. बीसीसीआई एक अधिकारी ने कहा ने कहा कि भारतीय टीम मंगलवार दोपहर ब्रिस्बेन पहुंची. इसके बाद उन्हें हाउसकीपिंग, रूम सर्विस और स्वीमिंग पूल के इस्तेमाल करने को भी मना कर दिया गया. अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई इस मामले में सीए के संपर्क में है. उम्मीद है कि मामले का हल निकाल लिया जाएगा. एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय टीम के साथ यात्रा करने वाले एक सदस्य ने कहा कि खिलाड़ी कमरे में बंद हैं. सभी अपना बिस्तर खुद लगा रहे हैं. खाना भी पास के भारतीय रेस्टोरेंट से आ रहा है. होटल के सभी कैफे और रेस्टोरेंट बंद है. यहां तक कि खिलाड़ियों को खुद टॉयलेट साफ करना पड़ रहा है. बताया जाता है कि पूरा होटल खाली है, फिर भी खिलाड़ियों को स्वीमिंग पूल तथा जिम जैसी सुविधाओं से वंचित रखा गया है. इससे पहले तो अटकलें यह भी थीं कि भारतीय टीम ब्रिस्बेन नहीं जाएगी. हालांकि इस मामले में बीसीसीआई या फिर सीए का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया था.