पश्चिम बंगाल में आज तीसरे चरण का मतदान (Bengal Assembly Election Phase-3 Voting) हो रहा है. 31 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है. करीब 78 लाख 52 हजाार 425 वोटर्स अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं, वहीं 205 उम्मीदवार मैदान में हैं. वोटिंग वाली कुल 31 सीटों में से 16 सीटें दक्षिण 24 परगना, 7 सीटें हावड़ा और 8 सीटें हुगली जिले में हैं. यह संपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र तृणमूल कांग्रेस (TMC) का गढ़ माना जाता है और इन इलाकों में टीएमसी (TMC) की जबरदस्त पकड़ मानी जाती रही है.
पिछले विधानसभा चुनाव साल 2016 में ममता बनर्जी की पार्टी ने इन सीटों पर एकमुश्त जीत हासिल की थी. उनके उम्मीदवारों ने विरोधियों को पूरी तरह से परास्त कर 29 सीटों पर जीत हासिल (TMC Won 29 Seats in Last Elections) की थी, जबकि कांग्रेस और वाम दलों को मात्र एक-एक सीट से संतोष करना पड़ा था. बीजेपी का तो खाता तक नहीं खुला था. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी सत्तारूढ़ पार्टी ने अपना दबदबा बरकरार रखा था. उल्बेरिया में एक टीएमसी नेता के घर से ईवीएम मिलने के मामले में चुनाव आयोग ने कहा है कि सेक्टर अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. यह एक आरक्षित ईवीएम थी जिसे चुनाव प्रक्रिया से हटा दिया गया है. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
चुनाव आयोग ने कहा कि हावड़ा जिले के उल्बेरिया उत्तर में सेक्टर 17 के सेक्टर अधिकारी तपन सरकार, रिजर्व ईवीएम के साथ एक रिश्तेदार के घर जाकर सो गए थे. यह चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन है. इसीलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया है. आरोप तय होने के बाद सजा दी जाएगी. चुनाव आयोग ने कहा कि सेक्टर अधिकारी से जुड़ी सेक्टर पुलिस को भी निलंबित करने का निर्देश दिया गया है. बरामद की गई ईवीएम और वीवीपीएटी को स्टॉक से बाहर कर दिया गया है. उसका इस्तेमाल अब चुनाव में नहीं होगा.