भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने बुधवार को मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए रेपो दर को 35 आधार अंकों (0.35 फीसदी) से बढ़ाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया।
रेपो रेट, जिसे पॉलिसी रेट भी कहा जाता है, वह ब्याज है जिस पर आरबीआई कमर्शियल बैंकों को पैसा उधार देता है। एमपीसी के प्रमुख आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की। इससे आने वाले दिनों में लोन महंगा हो सकता है।