उत्तराखंड (Uttarakhand) में चमोली जिले के जोशीमठ (Joshimath Disaster) में भूधंसाव प्रभावित क्षेत्र के लोगों को शीघ्र राहत (relief) मिल सकती है। इस संबंध में केंद्र सरकार (Central government) की ओर से बुधवार को नई दिल्ली में बैठक आयोजित की गई है। संभव है कि इस बैठक में जोशीमठ पुनर्निर्माण के लिए राहत पैकेज (relief package) पर कोई फैसला हो जाए। राज्य सरकार की ओर से राहत पैकेज के तौर पर केंद्र से करीब तीन हजार करोड़ रुपये (three thousand crore rupees) की मांग की गई है।
नई दिल्ली में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अपर सचिव की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में पोस्ट-डिजास्टर नीड्स असेसमेंट (पीडीएनए), वैज्ञानिक संस्थाओं के विशेषज्ञों और उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों को बुलाया गया है।
सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा ने इसकी पुष्टि की है। हाल ही में केंद्र से पोस्ट-डिजास्टर नीड्स असेसमेंट (पीडीएनए) टीम ने चार दिन जोशीमठ में रहकर प्रभावित हिस्से का बारीकी से आकलन किया और रिपोर्ट केंद्र को सौंपी थी। शासन के सूत्रों के अनुसार, इसी रिपोर्ट के आधार पर राहत पैकेज पर निर्णय लिया जाना है।