बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज ने अपने खिलाफ 200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले को रद्द करने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। प्रवर्तन निदेशालय की शिकायत और उनके सप्लीमेंट्री चार्जशीट में अभिनेत्री को आरोपी बनाए जाने के खिलाफ उन्होंने अदालत में याचिका दायर की है।
याचिका में उल्लेख किया गया है कि दिल्ली पुलिस की ओर से दर्ज मामले में अभिनेत्री को अभियोजन पक्ष के गवाह के रूप में पेश किया गया है। याचिका में कहा गया है कि यह इस तर्क का समर्थन करता है कि जो अपराध सुकेश चंद्रशेखर और उसके साथियों ने मिलकर किया है उसके बारे में अभिनेत्री को कोई जानकारी नहीं थी।
बता दें कि कॉनमैन सुकेश चंद्रशेखर पर विभिन्न जांच एजेंसियों द्वारा 30 से अधिक मामलों में आरोप लगाए गए हैं। उस पर आरोप है कि जेल में बंद रहने के बाद भी उसने कथित तौर पर वॉयस मॉड्यूलेशन सॉफ्टवेयर और स्पूफिंग कॉल का उपयोग करके दिल्ली के एक व्यवसायी की पत्नी से 215 करोड़ रुपये की उगाही की। जेल में रहते हुए उसने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय, फिर कानून मंत्रालय और गृह मंत्रालय का अधिकारी बताकर पैसे वसूले। अपने फोन कॉल में सुकेश ने कथित तौर पर दावा किया था कि वह पीड़िता के पति को जमानत दिलाएगा और उन्हें अपना फार्मास्युटिकल व्यवसाय स्थापित करने में मदद करेगा।
इस मामले में जैकलीन फर्नांडीज का नाम उस ठग के साथ उनकी तस्वीरें ऑनलाइन सामने आने के जुड़ा था। हालांकि, अभिनेत्री ने इस मामले में किसी भी तरह की भागीदारी से साफतौर पर इनकार कर दिया था। वहीं, पूछताछ में सुकेश चंद्रशेखर ने अभिनेत्री को लेकर प्रवर्तन निदेशालय को बताया था कि वे एक-दूसरे को डेट कर रहे थे।