इंग्लैंड क्रिकेट टीम (England Cricket Team) भारत दौरे पर है. दोनों टीमों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी जानी है, जिसके शुरुआती दोनों मुकाबले चेन्नई में होंगे. पहला टेस्ट 5 फरवरी से खेला जाएगा. मगर ये खबर इस बारे में नहीं है. ये खबर है इंग्लैंड क्रिकेट टीम के 12 साल पहले के भारत दौरे के बारे में, जिसने पूरी दुनिया को चौंका दिया था. ये खबर है क्रिकेट पर पड़ी आतंक की चोट के बारे में. ये खबर है साल 2008 के मुंबई आतंकी हमले (Mumbai Terrorist Attack) के बारे में, जिस दौरान इंग्लैंड क्रिकेट टीम भारत में टेस्ट सीरीज (Test Series) खेलने पहुंची थी. इस हमले का इंग्लैंड टीम से कनेक्शन इसलिए भी है क्योंकि मुंबई के जिस होटल में इंग्लैंड की टीम ठहरी थी, कुछ दिनों बाद वही होटल आतंकियों का निशाना बना था. आइए जानते हैं उस दौरे की भयावह सच्चाई के बारे में.
साल 2008 नवंबर में इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी. 14 नवंबर से दोनों देशों के बीच 7 मैचों की वनडे सीरीज शुरू हुई. राजकोट में पहला मुकाबला भारत ने 158 रनों से अपने नाम किया. 17 नवंबर को इंदौर में भी बाजी 54 रनों से टीम इंडिया के पक्ष में रही. इसके बाद भारत ने कानपुर में तीसरा वनडे 16 रन और बेंगलुरु में चौथा मैच 19 रन से जीता. पांचवां मैच 26 नवंबर को कटक में खेला गया. ये मैच भी भारत ने 6 विकेट से जीता. मगर 26 नवंबर ही वो तारीख है जब आतंकियों ने मुंबई पर हमले को अंजाम देकर भारत समेत पूरी दुनिया को चुनौती दी. इसके बाद बचे दोनों वनडे रद्द कर दिए गए.
हमले से कुछ दिन पहले होटल ताज में ठहरी थी इंग्लैंड की टीम
मुंबई पर आतंकी हमले में जिस ताजमहल पैलेस होटल को निशाना बनाया गया, हमले से दो हफ्ते पहले इंग्लैंड की पूरी टीम उसी होटल में ठहरी हुई थी. यहां तक कि 19 दिसंबर से खेले जाने वाले टेस्ट से तीन दिन पहले 16 दिसंबर को भी टीम को उसी होटल में रुकना था. बहरहाल, 26 नवंबर को आतंकी हमला होते ही इंग्लैंड टीम की स्वदेश रवानगी तय कर दी गई. ये भी तय हुआ कि इंग्लैंड की टीम 11 दिसंबर से शुरू होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने भारत वापस आएगी.
टीवी पर कुछ देखने जैसा नहीं था ये वाकया…
इंग्लैंड की तत्कालीन टीम के सदस्य रहे केविन पीटरसन ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में भी इस घटना का जिक्र किया. उन्होंने लिखा, हमने उस दौरे पर भारत के हाथों हर वनडे में हार झेली. इसके बाद मुंबई आतंकी हमला हुआ, जिसने सबकुछ बदलकर रख दिया. 173 लोगों की मौत हो गई. ताजमहल पैलेस होटल जहां हम हमले से कुछ दिन पहले रुके थे और जहां बाद में भी हमें रुकना था, इस त्रासदी का केंद्र रहा. ये ऐसा नहीं था जैसे हम टीवी पर रिमोट से कुछ देख रहे हों, बल्कि हमनें आत्मा तक इसे महसूस किया था.